इस बार रामनवमी विगत वर्षों की अपेक्षा मनाई जायेगी 50 गुना अधिक दिव्य और भव्य रूप से…
अयोध्या : राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं का अयोध्या पहुंचने का सिलसिला जारी है। रोजाना 2 से 3 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक करीब 1 करोड़ भक्त रामलला के दरबार में दर्शन- पूजन कर चुके हैं। वहीं, इस वर्ष 17 अप्रैल को रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी मेला 9 दिनों की होती है। मुख्य पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामजन्मोत्सव में रूप में मनाया जाता है। उत्सव की आरंभ चैत्र नवरात्रि के शुरुआत के साथ हो जाएगी। 9 दिनों तक अयोध्या में अनुष्ठानों की धूम रहेगी।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि महाराज के मुताबिक इस बार रामनवमी विगत सालों की अपेक्षा कम से कम 50 गुना अधिक दिव्य और भव्य रूप से मनाई जाएगी। जिसके लिए ट्रस्ट लगातार चिंतन कर रहा। रामनवमी पर इस बार अयोध्या में दीपावली सी रौनक होगी। राम नवमी पर श्रीराम जन्मभूमि में भव्य आयोजन होगा।
राम मंदिर को मिला इतना दान
प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं का अयोध्या पहुंचने का सिलसिला जारी है। रोजाना 2 से 3 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं रामलला को दिल खोलकर भक्त दान भी दे रहे हैं। जब से रामलला अपने भव्य महल में विराजमान हुए हैं तब से लेकर अभी तक ट्रस्ट को 52 करोड़ रुपए का दान प्राप्त हुआ है। कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी ने कहा कि 22 जनवरी को भी 6 करोड़ रुपए का दान प्राप्त हुआ था।
50 लाख श्रद्धालु आ सकते हैं अयोध्या
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामनवमी को खास बनाने जा रहा है क्योंकि रामलला के अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद यह पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी मेला 9 दिनों का होता है। मुख्य पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामजन्मोत्सव में रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 17 अप्रैल को रामनवमी पड़ रही है। ऐसे में संभावना व्यक्त किया जा रहा है कि राम नवमी के दिन 50 लाख श्रद्धालु अयोध्या आ सकते हैं। इसे लेकर प्रशासन और ट्रस्ट अभी से तैयारियों में जुट गया है। पिछले वर्ष रामनवमी के दिन करीब 2.25 लाख भक्तों ने अस्थाई मंदिर में रामलला के दर्शन किए थे, जबकि अयोध्या में 25 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी।