यूपी के इस गांव का राज घराने से जुड़ा है संबंध
यूपी के अमेठी जिले में कई ऐसी विरासतें और धरोहरें हैं, जो जिले को इतिहास के पन्नों पर अमर कर देती है। कई ऐतिहासिक विरासते तो ऐसी हैं, जिनका सीथा संबंध अमेठी के राज परिवार से जुड़ा हुआ है। जी हां, दरअसल आज हम बात करने जा रहे हैं अमेठी में बसे एक गांव गढ़ा माफी की जिसका संबंध राज परिवार से जुड़ा है। गांव में आज भी पुरानी विरासत और धरोहर शताब्दी साल पूर्व के इतिहास की गवाही देती हैं।
गांव के वरिष्ठ और इतिहास के पूर्व प्रवक्ता सुंदरलाल बताते हैं कि इस गांव में कभी राजा कर नहीं लेते थे और ग्रामीणों का सारा कर माफ था। इसी कारण से इस गांव का नाम गढ़ा माफी पड़ा। वहीं बात विपरीत गढ़ा की करें तो विपरीत गढ़ा का रहस्य एक मंदिर से जुड़ा हुआ है जो भक्तों और पर्यटकों के लिए दर्शनीय है।
पुरानी नक्काशी देती है गवाही
जानकारी के अनुसार गढ़ा माफी गांव अमेठी जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित है। इस गांव में 55 फुट का हनुमान जी का मंदिर सहित अन्य छोटे-छोटे मंदिर हैं, जहां रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन करने के लिए आते हैं। वहीं गांव में आज भी शताब्दी साल पूर्व का किला और राजमहल उपस्थित है। राजमहल की चार दीवारों पर बारीकी के साथ की गई पुरानी नक्काशी राजाओं के रहन सहन की गवाही देती है।
आखिर क्या है विपरीत गढ़ा का रहस्य
दरअसल, इस गांव में कभी अमेठी के राजा का किला हुआ करता था और गांव में राज परिवार ने अपने कार्यकाल के दौरान गांव वालों से कर नहीं वसूला जाता था। लेकिन ये भी जानकारी मिलती है कि गांव वालों पर राज परिवार के ही कुछ लोग काफी अत्याचार करते थे और इसी अत्याचार के कारण एक दिन भूकंप आने पर पूरा बना बनाया किला पलट गया। हालांकि राजा और उसके सैनिकों के द्वारा किले को काफी उठाने का कोशिश किया गया। लेकिन लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली अंत में पूरा राज परिवार यहां से चला गया और पीछे छोड़ गया विपरीत गढ़ा का रहस्य