दरभंगा से हो गया था लापता, दो साल बाद मिला सुराग
सीतामढ़ी। दिल्ली से सीतामढ़ी आ रहा एक पुरुष दरभंगा पहुंच गया। वहां से वह सकुशल घर तो नहीं पहुंचा, लेकिन दो वर्ष बाद दरभंगा जिले के ही बहादुपुर थाना क्षेत्र के खराजपुर गांव स्थित एक बगीचे से गड्ढ़ा खोदकर उसका कंकाल निकाला गया है। अब दरभंगा मेडिकल कॉलेज (डीएमसीएच) में उसके कंकाल की एफएसएल टीम जांच करेगी। इधर, कंकाल मिलने के बाद से गांव में तरह-तरह के चर्चा हो रही है। चर्चा इस बात की भी है कि पुरुष आशीष का किसी लड़की से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस वजह से किडनैपिंग कर उसकी मर्डर कर दी गई। हालांकि ऑन कैमरा कोई कुछ भी बताने से इनकार कर रहा है।
दरभंगा से हो गया था लापता
सीतामढ़ी के पुपरी थाना क्षेत्र के हरदिया के रहने वाले शशिनाथ झा की पत्नी लड्डू देवी ने अपने पुत्र आशीष कुमार झा के लापता होने का मुकदमा दर्ज कराया था। लड्डू देवी का बोलना था कि 25 अप्रैल 2022 को उनका पुत्र आशीष दिल्ली से अपने गांव के लिए चला था। 27 अप्रैल की शाम चार बजे कॉल करने पर उसने कहा कि वह दरभंगा आ गया है।
इसके बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिलने पर उन्होंने पुपरी पुलिस स्टेशन की पुलिस से कम्पलेन की। बावजूद पुलिस आशीष को बरामद नहीं कर सकी। कार्रवाई नहीं होने पर मार्च में वह उच्च न्यायालय चली गईं। उच्च न्यायालय से जब आदेश आया, तो क्षेत्रीय पुलिस एक्शन में आई और अपहरण-हत्या मानकर छानबीन में जुट गई।
ऐसे जुड़ते चले गए मर्डर के तार
पुलिस जब एक्शन में आई तो एक पुरुष को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। उसने सारे राज खोल दिए। उसकी निशानदेही पर आशीष की मर्डर में शामिल अन्य आरोपियों को भी अरैस्ट कर लिया गया। उनलोगों ने पुलिस को कहा कि खराजपुर में आशीष की हत्याकर मृतशरीर को छुपा दिया था। इसके बाद पुलिस ने खराजपुर से भी आधा दर्जन लोगों को अरैस्ट कर लिया।
पूछताछ में उनलोगों ने मृतशरीर को ठिकाने लगाने की स्थान बताई। फिर पुपरी और दरभंगा के बहादुरपुर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने अभियुक्तों के बताए स्थान पर मजिस्ट्रेट सह बहादुरपुर सीओ निश्चल प्रेम की मौजूदगी में खुदाई प्रारम्भ की, जहां से उन्हें एक पुरुष का कंकाल मिला। कंकाल को डीएमसीएच में सुरक्षित रखा गया है, जहां एफएसएल की टीम जांच कर इस बात की पुष्टि करेगी कि कंकाल आशीष का ही है।