97 साल की महिला को अपने आंगन में कबूतरों को दाना खिलाना पड़ा महंगा, लगा 2.5 लाख रुपये का जुर्माना
कबूतरों को दाना खिलाना भी क्राइम हो सकता है, विश्वास नहीं तो इस महिला को ही देखिए। 97 वर्ष की ये महिला अपने आंगन में कबूतरों को दाना खिला रही थी। उसे नहीं पता था कि ये क्राइम है। किसी ने नगर पालिका में शिकायत कर दी। वहां से नोटिस आ गया। पहले तो चेताया गया, लेकिन जब स्त्री ने नजरअंदाज किया तो 2.5 लाख रुपये का जुर्माना ठोंक दिया गया। इतना ही नहीं, चेतावनी दी गई कि यदि आगे से ऐसा हुआ तो उसे और उसके बेटे को उसके अपने ही घर से बाहर निकाल दिया जाएगा।
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, 97 वर्षीय ऐनी सेगो सालों तक संगीत शिक्षिका रहीं। उन्हें पक्षियों से बहुत लगाव है। यहां तक कि उन्होंने कुछ पक्षियों को अपने घर में भी पाल रखा है। लेकिन बीते कई महीनों से उनके आंगन में गौरेया और कबूतर आने लगे थे। ऐनी को उन्हें दाना खिलाना काफी अच्छा लगता था। वे रोज सुबह दाना लेकर बैठ जातीं और कबूतरों को बुलाकर उन्हें दाना खिलातीं। इसकी वजह से कई पक्षी वहां आने लगे। यही बात पड़ोस में रहने वाले किसी शख्स को खटक गई। उसने नगर पालिका में शिकायत कर दी।
कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी
शख्स ने दावा किया कि दाना बांटने की वजह से क्षेत्र में अनेक कबूतर और सीगल आ रहे हैं, जिनसे पूरे क्षेत्र में गंदगी फैल रही है। फिर क्या था। काउंलिस ने महिला को नोटिस भेज दिया। कहा, यदि आपने यह असामाजिक व्यवहार बंद नहीं किया तो 10000 रुपये जुर्माना भरना होगा। जब महिला ने इस पर ध्यान नहीं दिया, तो काउंसिल ने जुर्माना बढ़ाकर 2,500 पाउंड यानी 2.5 लाख रुपये कर दिया। इसके बाद भी काउंसिल ने महिला के 77 वर्षीय बेटे एलन को नोटिस भेजा। लिखा, यदि आप अपनी मां को नहीं समझा पाए तो दोनों को घर से बाहर कर दिया जाएगा। कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
कई राष्ट्रों में दाना खिलाना अपराध
दरअसल, इंग्लैंड, थाइलैंड, कोलंबिया, कनाडा, अमेरिका समेत कई राष्ट्रों में कबूतरों को दाना खिलाना क्राइम की श्रेणी में आता है। वेनिस में तो इसे लेकर काफी सख्त कारनून है। ऐसा माना जाता है कि कबूतरों के आने से इलाकों में गंदगी होगी, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा है। इससे स्वच्छता पर भी असर होता है। उधर, एलन ने कहा, जिस तरह की धमकी हमें दी जा रही है, वह हास्यास्पद है। इससे मेरी मां गहरे तनाव में हैं। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि ऐसा कुछ उनके साथ हो रहा है। जब काउंसिल के अधिकारी एक सप्ताह पहले हमारे घर आए थे, उन्हें देखकर मेरी मां रोने लगीं। यह घृणित है।