मुरैना की रामपुर पुलिस ने नकली नोट छापने वाला प्लांट पकड़ा
मुरैना। मुरैना पुलिस ने एक या दो नहीं बल्कि नकली नोट छापने का पूरा छापाखाना ही पकड़ लिया। यहां एक घर में नोट छापने का छापाखाना खोल लिया गया था। यहां छपे नकली नोट लोकल बाजार सहित दूसरे प्रदेशों में भी खपाए जा रहे थे। जालसाज इतने शातिर हैं कि नकली नोट मधुमक्खी पालने के बक्सों में छुपा रखे थे।
मुरैना की रामपुर पुलिस ने नकली नोट छापने वाला प्लांट पकड़ा। यह प्लांट महीनों से चल रहा था, जिससे लाखों रुपये के जाली नोट छापकर ग्वालियर-चंबल ही नहीं, बल्कि राजस्थान और यूपी तक खपा डाले। एक महीने पहले पुलिस को इसकी भनक लगी। लेकिन कार्रवाई करने में 30 दिन से अधिक का समय लग गया।
मधुमक्खी पालने के डिब्बे में नकली नोट
6 अगस्त को रामपुर पुलिस को जाली नोट छापने की कम्पलेन मिली थी। पुलिस ने वीरमपुरा से लेकर कैलारस तक में दबिश देकर पांच – छह लोगों को पकड़ा। उसी दिन वीरमपुरा गांव में एक घर के बाहर मधुमख्खी पालने वाले बक्सों में नकली नोट और नकली नोट छापने की सामग्री, कंप्यूटर-प्रिंटर पुलिस को मिले थे। लेकिन उसके बाद पुलिस की कार्रवाई ठप पड़ गई थी।
सरगना पिंकी यादव
अब महीने भर बाद पुलिस ने नकली नोट छापने के मुद्दे में वीरमपुरा गांव के भूपेंद्र सिंह धाकड़ को दबोच लिया। इसके कब्जे से 28000 रुपये से अधिक के नकली नोट मिले। एक महीने पहले वीरमपुरा गांव में भूपेंद्र सिंह धाकड़ के घर से ही मधुमख्खी पालन के डिब्बों में नकली नोट छापने की सामग्री मिली थी। पुलिस छानबीन में सामने आया है, कि जाली नोट छापने का मास्टरमाइंड चिन्नौनी थाना क्षेत्र के असलपुर गांव का पिंकी धाकड़ है। वह वर्षों से जाली नोटों के कारोबार में लिप्त है। पुलिस को अब पिंकी धाकड़ की तलाश है।