भोजपुर में कचरे से इन चीजों का किया जा रहा निर्माण
भोजपुर। पर्यावरण स्वच्छ करने को लेकर मुहिम जोर-शोर से चल रही है। इसके अनुसार कचरे से कई चीजों का निर्माण किया जा रहा है। मसलन, कचरे को री-साइकिल कर खाद बनाई जा रही है। ऐसी ही एक नयी आरंभ बिहार के भोजपुर में की गई है। यहां पर कचरे से जैविक खाद बनाई जा रही है। आरा नगर निगम फूड वेस्ट कंपोस्टिंग मशीन के माध्यम से प्रत्येक दिन 100 किलो खाद तैयार कर रहा है। इसको महज 6 रुपए किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है। नगर आयुक्त ने कहा कि इस कार्य से शहरवासियों को दोहरा लाभ हो रहा है। एक तरफ जहां कचरा और दुर्गंध से मुक्ति मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ सही जैविक खाद मात्र 6 रुपए किलो में मिल रही है।
वेस्ट को बनाया जा रहा है बेस्ट
आरा नगर निगम में फूड वेस्ट और वेजिटेबल वेस्ट का इस्तेमाल प्राकृतिक और मशीन के माध्यम से जैविक खाद बनाने के लिए किया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम ने लोहिया मैदान में 500 किलो की दो कंपोस्टिंग मशीन लगायी गई हैं। इसके अतिरिक्त 30 पिट का भी निर्माण कराया गया है। इससे शहरी क्षेत्र में निकलने वाले गीले कचरे का निपटारा सरल हो गया है। आमतौर पर गीले कचरे से बदबू पैदा होती है। लेकिन अब इससे खाद बनाई जा रही है।
हर दिन होती है बिक्री
कंपोस्टिंग मशीन में एक हजार किलो गीला कचरा डालने पर 24 घंटे के बाद 100 किलो जैविक खाद बनकर तैयार हो जाती है। इसके साथ ही कंपोस्टिंग पिट में 30 दिनों में प्राकृतिक रूप से जैविक खाद तैयार हो रही है। इस खाद को ग्राहक को 6 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है। प्रत्येक दिन लगभग 40 से 50 किलो खाद की बिक्री नगर निगम कर रहा है।
ऑटोमेटिक है फूड वेस्ट कंपोस्टिंग मशीन
नगर आयुक्त निरोज कुमार भगत ने कहा कि नगर निगम की तरफ से लगायी गयी फूड वेस्ट कंपोस्टिंग मशीन पूरी तरह ऑटोमेटिक है। इसमें घरों से निकलने वाले फूड वेस्ट को डाला जा रहा है। नगर निगम की तरफ से रोजाना 500 किलो फूड वेस्ट की क्षमता वाली मशीन लगाई गई हैं। दो ऑटोमेटिक फूड वेस्ट कंपोस्टिंग मशीन की लगभग 27 लाख रुपये में खरीदारी की गई है। यहां इस्तेमाल होने वाला ज्यादातर कचरा में होटल, रेस्टोरेंट से आ रहा है।
सब्जी की कतरन और खाद्य पदार्थों से बन रही खाद
नगर निगम क्षेत्र से निकलने वाले गीले कचरे, जिसमें सब्जी की कतरन, डंठल, चावल, दाल, रोटी और अन्य खाद्य पदार्थों शामिल है। उसे मशीन में डाला जा रहा है। 24 घंटे तक मशीन में प्रोसेसिंग के बाद इसमें से प्रत्येक दिन 100 किलो जैविक खाद निकल रही है। एक मशीन की क्षमता 500 किलो है। जैविक खाद का इस्तेमाल खेत, बगीचा और गमलों में किया जा रहा है। मशीन से निकलने वाली जैविक खाद बाजार में भी बेची जा रही है।
दुर्गंध और गंदगी से मिल रहा छुटकारा
फूड वेस्ट कंपोस्टिंग मशीन चालू हो जाने से शहर को साफ-सुथरा रखने में सहायता मिल रही है। घरों और रेस्टोरेंट से निकलने वाले फूड वेस्ट को लोग नाली या कचरा डंप पर फेंक देते थे, लेकिन अब सीधे निर्माण और विधंस अपिष्ट संग्रह केंद्र में नगर निगम की कूड़ा गाड़ी पहुंचा देती है, जिसके वजह से शहर में दुर्गंध और गंदगी भी पहले की अपेक्षा कम हुई है।