बिहार

92 हजार मतदाता कल पहली बार डालेंगे वोट

20 वर्ष से 29 वर्ष तक के उम्र वाले मतदाताओं की संख्या 16 लाख 6 हजार 741 है.

लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को सुबह 7 बजे से प्रारम्भ होगा. इसमें बिहार में चार सीटों पर वोटिंग होगी. इमसें औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई शामिल है. इस चरण में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की प्रतिष्ठा दांव पर है. इन लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में खड़े 38 उम्मीदवारों के लिए 7903 मतदान केंद्र पर 76,01,629 मतदाता वोटिंग करेंगे.

इसमें 39,63,223 पुरुष, 36,38,151 स्त्री और 255 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. इस चरण में 92602 मतदाता पहली बार डालेंगे वोट. इन लोकसभा सीट के लिए बुधवार की शाम प्रचार खत्म हो गया. गुरुवार को डिस्पैच सेंटर से मतदान केंद्रों के लिए ईवीएम के साथ चुनाव कर्मी जाएंगे. शुक्रवार की सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा.

बिहार में कुल रिकॉग्नाइज्ड नेशनल पार्टी की संख्या 6 है और इतनी ही रिकॉग्नाइड्‌ड स्टेट पार्टी की भी संख्या है. नेशनल रिकॉग्नाइज्ड पार्टी में आम आदमी पार्टी (AAP), बसपा, भाजपा, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया मार्क्सिस्ट, कांग्रेस पार्टी और नेशनल पीपुल्स पार्टी है.

दूसरी ओर बिहार की रिकॉग्नाइज्ड स्टेट पार्टियों में पहले जगह पर जदयू, फिर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय जनता दल, लोक समता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया (माले) और छठी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी है. मतदान के ठीक पहले समझिए चुनाव से जुड़े कुछ फैक्ट्स.

फेज 1 में 2 सामान्य सीट और दो शेड्यूल कास्ट के लिए रिजर्व सीट है. गया और जमुई सीट शेड्यूल कास्ट के लिए सुरक्षित है, जबकि नवादा और औरंगाबाद सीट सामान्य दर्जे वाली है.

कौन है सबसे छोटी और सबसे बड़ी सीट

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में गया सुरक्षित सीट सबसे छोटी है. यहां 18 लाख 16 हजार 815 वोटर हैं, जो मताधिकार का प्रयोग करेंगे. जबकि, नवादा लोकसभा सीट वोटरों के हिसाब से सबसे बड़ी लोकसभा सीट है. नवादा में 20 लाख 6 हजार 124 वोटर हैं.

पहले चरण के इलेक्ट्रोल की स्थिति को जानिए

पहले चरण के 4 सीटों पर कुल 39 लाख 63 हजार 230 मेल वोटर हैं. फीमेल वोटर्स की संख्या 36 लाख 38 हजार 151 है. वहीं, थर्ड जेंडर की संख्या 255 है. निर्वाचन विभाग की माने तो पहले चरण में चार सीटों पर कुल 76 लाख 16 हजार 29 वोटर्स मताधिकार का प्रयोग करेंगे.

लोकसभा: आने वाली विधानसभा

औरंगाबाद – (गया जिले के गरूआ, इमामगंज, टिकारी, औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा, औरंगाबाद, रफीगंज)

गया – (शेखपुरा जिले में बरबीघा, नवादा जिले में रजौली, हिसुआ, नवादा, गोबिंदपुर, वारसलीगंज)

नवादा – (मुंगेर जिले में तारापुर, शेखपुरा जिले में शेखपुरा, जमुई जिले में सिकन्दरा, जमुई, झाझा, चकाई)

जमुई – (मुंगेर जिले में तारापुर, शेखपुरा जिले में शेखपुरा, जमुई जिले में सिकन्दरा, जमुई, झाझा, चकाई)

वोटरों के कैटेगरी को जानिए

पीडब्लूडी यानी दिव्यांग वोटरों की कुल संख्या 76 हजार 500 है, जबकि 85 प्लस वोटरों की संख्या 65 हजार 811 है. विदेश में रहने वाले मात्र 9 वोटर हैं. 100 वर्ष से अधिक उम्र वाले वोटरों की भी संख्या 1 हजार 713 है.

वहीं, सर्विस वोटर की संख्या 16 हजार 415 है. पहली बार वोट करने वाले यानी 18 से 19 की उम्र वाले वोटरों की संख्या 92 हजार 602 है. जबकि, युवा वोटर यानी 20 वर्ष से 29 वर्ष उम्र वाले मतदाताओं की संख्या 16 लाख 6 हजार 741 है.

EVM और VVPAT का कितना होगा इस्तेमाल

पहले चरण के मतदान में कुल 9 हजार 484 बैलेट यूनिट का प्रयोग किया जाएगा. जबकि, इतनी ही कंट्रोल यूनिट का भी प्रयोग होगा. 10 हजार 274 VVPAT भी लगाए जाएंगे.

हर बूथ पर एक-एक बैलेट यूनिट

पहले फेज में मतदान होने वाले प्रत्येक लोकसभा सीट के लिए 15 से कम उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इस कारण प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक ही बैलेट यूनिट लगेगा. एक बैलेट यूनिट में 15 उम्मीदवार के चुनाव चिह्न के साथ एक नोटा के लिए स्थान होती है.

गया से 14 तो जमुई से 7 उम्मीदवार मैदान में

गया लोकसभा सीट पर सबसे अधिक उम्मीदवार चुनावी दंगल में ताल ठोंक रहे हैं. यहां से सबसे अधिक 14 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. वहीं, जमुई सुरक्षित सीट पर केवल 7 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. चार लोकसभा सीट पर कुल 38 उम्मीदवारों में से 35 मेल और 3 फीमेल कैंडिडेट हैं.

कुल 6 हजार 97 मतदान केंद्रों पर होगा मतदान

पहले चरण में 6 हजार 97 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां मताधिकार का प्रयोग किया जाएगा. ग्रामीण इलाकों में 5 हजार 490 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और शहरी क्षेत्र में 607 मतदान केंद्र.

153 कंपनियां सुरक्षा में तैनात

पहले फेज के चुनाव के लिए अर्द्ध सैनिक बलों की 153 कंपनियां तैनात की गई है. निर्वाचन विभाग के ऑफिसरों के अनुसार तीन लेयर में सुरक्षा प्रबंध रहेगी. मतदाताओं को किसी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करनी होगी.

औरंगाबाद में 10, गया में 16, नवादा में 1 और जमुई में 28 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित है. इन मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध होगी.

 

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