Bihar Lok Sabha elections Phase 1: गया, औरंगाबाद, नवादा और जमुई के 5000 से अधिक बूथ संवेदनशील
पटना। बिहार में प्रथम चरण की चार लोकसभा सीटों के लिए मतदान प्रारम्भ हो चुका है। गया, औरंगाबाद, नवादा और जमुई की ये चारों सीटें नक्सल असर वाले हैं। ऐसे में सरक्षा के व्यापक व्यवस्था किए गए हैं। फर्स्ट फेज की वोटिंग में औरंगाबाद के वर्तमान सांसद सुशील कुमार के साथ पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती, वरीय बीजेपी नेता और सांसद विवेक ठाकुर, जदयू छोड़कर राजद में गए अभय सिंह कुशवाहा, कुमार सर्वजीत समेत 38 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। खास बात यह है कि आज 92602 मतदाता पहली बार वोट डालने वाले हैं।
चुनाव आयोग ने पहले चरण के चुनाव के लिए पांच हजार से अधिक चुनाव केंद्रों यानी इलेक्शन बूथों को संवेदनशील माना है। इसकी सुरक्षा के लिए अर्ध सैनिक बलों की 153 कंपनियां तैनात की गई हैं। नक्सल प्रभावित माने जाने वाले इन क्षेत्रों में सुबह 7:00 बजे से 4:00 बजे तक मतदान करने का समय निर्धारित किया गया है। हालांकि, जो आदमी चार बजे से पहले पंक्ति में लग जाएंगे उनके वोट डालने तक मतदान जारी रहेगा। जबकि अन्य इलाकों में शाम के छह बजे तक मतदान होगा।
नक्सल असर के इन लोकसभा क्षेत्रों के संवेदनशील बूथों समेत इलाकों में जमीन से लेकर आसमान तक कड़ा पहरा है। गया, औरंगाबाद, जमुई और नवादा लोकसभा क्षेत्र में 15 विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित हैं। इन चारों संसदीय क्षेत्रों के लिए कुल 7903 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और यहां 76 लाख 1 हजार 629 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
बता दें कि गया जिले पर आम लोगों की खास नजर है क्योंकि यहां पूर्व सीएम जीतन राम मांझी एनडीए के उम्मीदवार हैं। गया की बात करें तो यहां तीन विधानसभा क्षेत्रों के कुल 995 बूथों को संवेदनशील माना गया है। संवेदनशील केंद्रों पर मतदान शाम चार बजे तक ही होगा। इसमें शेरघाटी विस क्षेत्र के 305 बूथ, बाराचट्टी के 332 बूथ और बोधगया के 358 बूथ संवेदनशील हैं। गया लोकसभा के शेष सभी विस क्षेत्रों गया टाउन, बेलागंज और वजीरगंज में मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा।