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भारतीय IT स्टॉक्स में रह सकता है गिरावट का रुख, ये है एक्सेंचर के प्रदर्शन का महत्व

आने वाले समय में भारतीय आईटी कंपनियों के शेयर में गिरावट का रुख देखने को मिल सकता है. एक्सेंचर की मैनेजमेंट टिप्पणी और मार्गदर्शन कटौती निकट अवधि की मांग में लगातार नरमी को दर्शाती है क्योंकि ग्राहक व्यापक अनिश्चितताओं के बीच खर्च के निर्णय को लेकर सावधान रहते हैं. एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने बोला कि निफ्टी आईटी इंडेक्स में पिछले एक महीने में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आई है. कैलेंडर ईयर 2024 के लिए कुछ ग्लोबल सर्विस पार्टनर्स द्वारा दिए गए कमजोर मार्गदर्शन के कारण व्यापक बाजारों में 4.6 प्रतिशत की गिरावट आई है.

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने बोला कि एक्सेंचर के प्रदर्शन को व्यापक रूप से भारतीय आईटी उद्योग के लिए एक बेंचमार्क माना जाता है, जो भारतीय आईटी कंपनियों के लिए अपेक्षित परिणामों की एक झलक प्रदान करता है. एक्सेंचर पीएलसी के कम राजस्व परिदृश्य को देखते हुए भारतीय आईटी स्टॉक्स में गिरावट की संभावना है.

रीड-थ्रू बाकी आईटी सेवा क्षेत्र के लिए निगेटिव

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एक नोट में बोला कि एक्सेंचर मार्गदर्शन कटौती विवेकाधीन खर्च में गिरावट और शॉर्ट-साइकिल कार्यक्रमों में और कटौती को दर्शाती है. रीड-थ्रू बाकी आईटी सेवा क्षेत्र के लिए निगेटिव है और खर्च में आशा से अधिक कमजोरी का संकेत देता है. आईएएनएस की समाचार के मुताबिक, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने बोला कि हम आशा करते हैं कि बड़ी आईटी सेवा कंपनियां सावधान मार्गदर्शन के साथ FY2025 की आरंभ प्रारम्भ करेंगी.

कंपनियों में ग्रोथ काफी अलग होगा

मेगा-डील रैंप-अप, वर्टिकल एक्सपोजर और विवेकाधीन खर्च के आधार पर कंपनियों में ग्रोथ काफी अलग होगा. जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज ने बोला कि ग्लोबल कॉम्पिटीटर्स के सभी मौजूद मार्गदर्शन कैलेंडर ईयर 2024 में विकास में गिरावट की ओर इशारा करते हैं. एक्सेंचर मार्गदर्शन में कटौती इस ट्रेंड को और रेखांकित करती है.

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