OpenAI ने भारत में पहला एम्प्लॉई किया नियुक्त
चैटजीपीटी डेवलपर OpenAI ने हिंदुस्तान में अपने पहले एम्प्लॉई को नियुक्त किया है. दरअसल, कंपनी ने एक सरकार रिलेशन हेड को अपॉइंट किया है. कंपनी ने यह अपॉइंटमेंट ऐसे समय की है, जब इण्डिया एक नए एडमिनिस्ट्रेशन के लिए वोट कर रहा है. नयी गवर्नमेंट दुनिया के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राष्ट्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रेगुलेशन को आकार देगी.
मामले से परिचित लोगों ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प समर्थित कंपनी OpenAI ने हिंदुस्तान में पब्लिक पॉलिसी अफेयर्स एंड पार्टनरशिप को लीड करने के लिए प्रज्ञा मिश्रा को नियुक्त किया है.
प्रज्ञा मिश्रा ने पहले ट्रूकॉलर AB और मेटा में काम किया था
39 वर्ष कि प्रज्ञा मिश्रा ने पहले ट्रूकॉलर AB और मेटा प्लेटफॉर्म इंक में काम किया था. अब वे महीने के अंतिम में OpenAI में काम प्रारम्भ करने के लिए तैयार हैं.
यह अपॉइंटमेंट जनरेटिव-AI कंपनी के फेवरेबल रूल्स पर बल देने के प्रयासों को खुलासा करती है. क्योंकि, पूरे विश्व की सरकारें इस बात पर विचार कर रही हैं कि तेजी से डेवलप हो रही इस टेक्नोलॉजी को कैसे रेगुलेट किया जाए.
भारत ग्लोबल टेक कंपनियों के लिए ग्रोथ का एक बड़ा अवसर
भारत अपनी 1.4 अरब जनसंख्या और तेजी से बढ़ती इकोनॉमी के साथ ग्लोबल टेक कंपनियों के लिए ग्रोथ का एक बड़ा अवसर बन गया है. हालांकि, लॉ मेकर्स और रेगुलेटर्स द्वारा यह सुनिश्चित करने की प्रयास की जा रही है कि लोकल फर्म्स प्रभावित न हों, इसलिए इसे नेविगेट करना कठिन हो गया है.
ट्रूकॉलर में पब्लिक अफेयर्स को हेड करती थीं प्रज्ञा मिश्रा
हालांकि, OpenAI रिप्रेजेंटेटिव्स और प्रज्ञा मिश्रा ने इस समाचार पर अब तक कोई कमेंट नहीं किया है. प्रज्ञा मिश्रा पहले स्टॉकहोम-ट्रेडेड कॉन्टैक्ट वेरिफिकेशन फर्म ट्रूकॉलर में पब्लिक अफेयर्स को हेड करती थीं.
ट्रूकॉलर हिंदुस्तान को अपना एक टॉप बाजार मानता है. ट्रूकॉलर से पहले प्रज्ञा मिश्रा मेटा प्लेटफॉर्म Inc में थीं, जहां उन्होंने 2018 में मिसइनफॉर्मेशन के विरुद्ध वॉट्सऐप के कैंपेन को लीड किया था.
भारत में OpenAI को अल्फाबेट Inc के Google से कॉम्पिटिशन का सामना करना पड़ता है, जो स्पेशली राष्ट्र के लिए एक AI मॉडल डेवलप कर रहा है.
पिछले वर्ष हिंदुस्तान आए थे OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन
OpenAI के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सैम ऑल्टमैन पिछले वर्ष हिंदुस्तान आए थे. अपनी हिंदुस्तान यात्रा के दौरान उन्होंने बोला था कि हिंदुस्तान जैसे राष्ट्रों को AI रिसर्च का ऐसे उपायों से सपोर्ट करना चाहिए, जिससे हेल्थ केयर जैसी सरकारी सर्विसेज में सुधार हो सके.
सैम ऑल्टमैन ने पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी
अपनी इस यात्रा के दौरान सैम ऑल्टमैन ने पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी. ऑल्टमैन ने यह भी बोला था कि हिंदुस्तान OpenAI की जेनरेटिव-AI सर्विस चैटजीपीटी को सबसे पहले अपनाने वाला राष्ट्र है.
ऑल्टमैन ने AI पर अधिक से अधिक रेगुलेशन लगाने को बोला था
ऑल्टमैन ने AI पर अधिक से अधिक रेगुलेशन लगाने को बोला था. तब ऑल्टमैन ने बोला था कि उनका सबसे बड़ा डर यह है कि टेक्नोलॉजी हानि भी पहुंचा सकती है. उन्होंने यह भी बोला था कि टेक्नोलॉजी के करंट वर्जन के लिए बड़े रेगुलेटरी चेंजेस की आवश्यकता नहीं है, लेकिन जल्द ही होंगे.