Irrfan Khan Death Anniversary: जानें इरफान खान की बेहतरीन फिल्मों के बारे में, जिनके बिना अधूरा है हिंदी सिनेमा
मनोरंजन न्यूज डेस्क !! इरफान खान को मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में एक बेहतरीन अदाकार के तौर पर हमेशा याद किया जाएगा. फिल्म उद्योग और प्रशंसकों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ते हुए, कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद 29 अप्रैल, 2020 को इरफान खान का मृत्यु हो गया. उन्होंने 53 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। सलाम बॉम्बे से लेकर हिंदी मीडियम तक इरफान खान ने मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ हॉलीवुड में भी बहुत बढ़िया काम किया है। आइए जानते हैं इरफान खान की 10 बेहतरीन फिल्मों के बारे में, जिनके बिना हिंदी सिनेमा अधूरा है.
सलाम बॉम्बे (1988)
इरफान खान ने मीरा नायर की फिल्म से मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। इस फिल्म में इरफान खान ने एक लेटर राइटर की किरदार निभाई थी। इस फिल्म को राष्ट्र ही नहीं बल्कि विदेश में भी खूब अवॉर्ड और प्यार मिला.
हासिल (2003)
तिग्मांशु धूलिया के निर्देशन में बनी यह फिल्म कॉलेज पॉलिटिक्स को बहुत बढ़िया ढंग से दिखाती है. फिल्म में इरफान ने नेगेटिव रोल निभाया था, लेकिन हीरो पर भारी पड़ गए.
मकबूल (2004)
विशाल भारद्वाज की यह फिल्म शेक्सपियर के उपन्यास ‘मैकबेथ’ पर आधारित थी, जिसे मुंबई अंडरग्राउंड नाम से प्रदर्शित किया गया था. फिल्म में इरफान ने मियां मकबूल की मुख्य किरदार निभाई थी.
द नेमसेक (2006)
मीरा नायर की यह फिल्म एक अमेरिकी लड़के गोगोल की कहानी है, जो एक भारतीय आप्रवासी (एनआरआई) इरफान खान का बेटा है. विदेश जाने के बाद भी अशोक गांगुली (इरफान खान) अपने परिवार की परंपराओं और अमेरिकी जीवनशैली के बीच संतुलन बनाने की प्रयास करते नजर आते हैं, लेकिन उनके बेटे का मिजाज कुछ अलग है.
बिल्लू (2009)
प्रियदर्शन की इस फिल्म में इरफान खान के साथ शाहरुख खान भी उपस्थित थे, लेकिन इरफान बाजी मारते नजर आ रहे हैं। फिल्म एक बाल पतंग वाले बिल्लू (इरफान खान) की कहानी है, जिसका बचपन का दोस्त शाहरुख खान एक बड़ा फिल्म स्टार बन जाता है.
पान सिंह तोमर (2012)
तिग्मांशु धूलिया की यह फिल्म इरफान खान की बेहतरीन फिल्मों में से एक है. कहानी एक भारतीय एथलीट और 7 बार के राष्ट्रीय स्टीपलचेज़ चैंपियन पान सिंह तोमर के बारे में है, जो विद्रोही बन जाता है.
द लंच बॉक्स (2013)
निमरत कौर ने रितेश बत्रा की फिल्म में इरफान खान के साथ भी बेहतरीन काम किया था। मुंबई के लंचबॉक्स डिलीवरी सिस्टम में गड़बड़ी एक युवा गृहिणी को एक बूढ़े आदमी से जोड़ती है, जो पत्रों के माध्यम से करीब आते हैं.
पीकू (2015)
शूजीत गवर्नमेंट की फिल्म में राणा चौधरी का भूमिका निभाकर इरफान खान ने एक बार फिर दिलों पर राज किया. फिल्म में इरफान के साथ अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण भी थे.
तलवार (2015)
मेघना गुलजार की इस फिल्म में इरफान खान ने एक पुलिस अधिकारी की किरदार निभाई थी जो एक लड़की के घर में हुई मर्डर की जांच करता है. यह फिल्म 2008 के नोएडा डबल हत्या मुकदमा (आरुषि तलवार हत्या केस) पर आधारित थी.
हिंदी मीडियम (2017)
साकेत चौधरी द्वारा निर्देशित यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ एक संदेश भी देती है. फिल्म की कहानी चांदनी चौक में रहने वाले एक जोड़े के बारे में है, जो अपनी बेटी को एक बड़े और अंग्रेजी विद्यालय में पढ़ाना चाहते हैं.