मनोरंजन

World Theatre Day 2024: यहाँ पढ़िए इसका पूरा इतिहास

मनोरंजन न्यूज़ डेस्क – 27 मार्च को पूरी दुनिया में वर्ल्ड सिनेमाघर डे यानी विश्व रंगमंच दिवस मनाया जाता है. यह सभी सिनेमाघर कलाकारों के लिए सबसे खास दिन है. इस दिन को मनाने की आरंभ वर्ष 1961 में हुई थी. विश्व रंगमंच दिवस के आयोजन का उद्देश्य लोगों को रंगमंच के महत्व और इसके सामाजिक असर के बारे में सतर्क करना है. यह दिन उन सभी सिनेमाघर कलाकारों को समर्पित है, जो अपने एक्टिंग और रचनात्मकता से दर्शकों का मनोरंजन करते हैं. कल्पना, भावना और एक्टिंग का रंगमंच एक ऐसा मंच है जो दर्शकों को जीवन के कई पहलुओं से अवगत कराता है, हंसाता है, रुलाता है और सोचने पर विवश करता है. साल 1961 में पहली बार तरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान ने विश्व रंगमंच दिवस मनाया, जिसे 27 मार्च को तरराष्ट्रीय रंगमंच समुदाय और आईटीआई केंद्रों द्वारा मनाया जाने लगा.

थिएटर की आरंभ कब हुई?
विश्व रंगमंच दिवस की स्थापना साल 1961 में तरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान द्वारा की गई थी. यह संस्थान यूनेस्को का एक सहयोगी संगठन है, जो पूरे विश्व में रंगमंच को बढ़ावा देता है. 1962 में, मशहूर नाटककार जीन कोक्ट्यू ने विश्व रंगमंच दिवस के लिए पहला संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने रंगमंच के महत्व और समाज को प्रभावित करने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला. पेरिस में आयोजित ‘थिएटर ऑफ नेशंस’ सीज़न के उद्घाटन की सालगिरह को चिह्नित करने के लिए 27 मार्च को विश्व सिनेमाघर दिवस के रूप में चुना गया था.

सबसे पुराना थिएटर
डायोनिसस का सिनेमाघर दुनिया का सबसे पुराना सिनेमाघर है, जिसे छठी शताब्दी ईसा पूर्व में बनाया गया था. सिनेमाघर ग्रीक पौराणिक कथाओं में शराब और उत्सव के देवता डायोनिसस को समर्पित था. इस सिनेमाघर में मंचित नाटक धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा थे. इन नाटकों में अक्सर देवताओं और नायकों की कहानियाँ चित्रित की जाती थीं. पहला नाटक एथेंस के एक्रोपोलिस पर स्थित डायोनिसस सिनेमाघर में आयोजित किया गया था. यह नाटक ईसा पूर्व पाँचवीं शताब्दी के प्रारंभ का माना जाता है.

विश्व रंगमंच दिवस थीम 2024
दुनिया भर के कई अंतर्राष्ट्रीय सिनेमाघर संस्थान इस दिन को भिन्न-भिन्न उपायों से मनाते हैं. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विश्व रंगमंच दिवस के लिए एक थीम तैयार की गई है. विषय है ‘दिलों के बीच संचार का एक पुल के रूप में रंगमंच, सांस्कृतिक विविधता के लिए एक माध्यम के रूप में रंगमंच और युवा ऊर्जा के विस्फोट के लिए एक मंच के रूप में रंगमंच’. थीम उन विविध भूमिकाओं पर प्रकाश डालती है जो सिनेमाघर लोगों को जोड़ने, संस्कृतियों को प्रदर्शित करने और युवाओं को सशक्त बनाने में निभाता है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button