आंखें बयां करती हैं इन बीमारियों के संकेत
आपने अक्सर फिल्मों और शायरी में आंखों को दिल का आइना कहते सुना होगा. आंखे अक्सर भावनाएं एक्सप्रेस करने के अतिरिक्त हमारी आंखें हमारी स्वास्थ्य भी बयां करती हैं. खासतौर पर आंखों की हेल्प से दिल की स्वास्थ्य का पता लगता है.
इन दिनों दिल से जुड़ी रोंगों के मुद्दे काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. क्या है आंखों और दिल के बीच का कनेक्शन और कैसे दिल का हाल बयां करती हैं आंखें, आइए जानें।।
आंख के पीछे उपस्थित ब्लड वेसल्स, जिसे रेटिना वैस्कुलचर के नाम से जाना जाता है, आपके दिल के स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है. आपने अक्सर देखा होगा कि हाई ब्लड प्रेशर, ब्लॉक आर्टिरीज, डायबिटीज और गठिया जैसी समस्याओं की जांच के लिए ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट आपकी आंख के लेंस, रेटिना और ऑप्टिक नर्व की जांच करता है, क्योंकि इससे इन रोंगों के संकेत मिलते हैं. आइए जानते हैं भिन्न-भिन्न रोंगों के आपकी आंखों पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं.
हाइपरटेंशन
अगर आंखों पर रेड स्पोट दिख रहे हैं, तो हाई ब्लड प्रेशर या सर्कुलेशन से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है. ये तब होता है जब आर्टरी की वॉल पर खून का अधिक होता है. हाई बीपी आंखों में रेटिनोपैथी की वजह बनता है, तो यह दिल की समस्याओं का संकेत हो सकता है.
डायबिटीज
डायबिटीज आंखों में छोटी ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाती है. बॉडी में बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल आंखों में परेशानी पैदा कर सकता है. डायबिटिक रेटिनोपैथी होने का मतलब अंधापन है.
हाई कोलेस्ट्रॉल
अगर आंखों के आसपास पीलापन दिख रहा है, तो यह संकेत है कि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा है, तो आपके दिल के लिए गंभीर है. मर्दों के मुकाबले स्त्रियों में काफी अधिक देखने को मिलता है. यदि ऐसा नजर आ रहा है तो तुरंत कोलेस्ट्रॉल लेवल चेक कराएं.
दिल की अन्य समस्याएं
लिक्विड पदार्थ की वजह सूजी हुई पलकें या आंखें भी दिल से जुड़ी समस्याओं का संकेत बता देती हैं. यदि अचानक देखने में कठिनाई होती है और आंखों के टेस्ट से पता चलता है कि रेटिना की ब्लड वेसल्स में क्लॉट जमा है, तो यह दिल की रोग का एक संकेत होता है.