पीरियड्स लेट होने की जाने ये कई और कारण…
Delay Period Reason: पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है। इस आमभाषा में मासिक धर्म भी बोला जाता है, यह लड़कियों में 12 से 13 वर्ष के बीच में आना प्रारम्भ हो जाता है, जो पूरे 5 से 7 दिन तक रहता है। सभी स्त्रियों में पीरियड का भिन्न-भिन्न अवधि होता है। हालांकि औसत मासिक धर्म हर 28 दिन में ही होता है। कभी-कभी यह भी देखने को मिलता है कि कुछ स्त्रियों में पीरियड लेट से भी आता है। जिसे लेकर मन में कई सारे प्रश्न भी उठते हैं। कुछ तो यह भी सोच लेती हैं कि कहीं वह प्रेग्नेंट तो नहीं हो गई हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीरियड्स के लेट होने का कई और कारण भी हो सकते हैं। चलिए जानते हैं…।
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होना
कभी-कभी स्त्रियों में पीरियड्स 7 से 10 दिन लेट से आता है। जिसे लेकर उन्हें लगता है कि वह प्रेग्नेंट हो गई हैं। हालांकि पीरियड देर से आने का कारण शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होना भी हो सकता है। जब शरीर में खून की कमी रहेगी तो जाहिर सी बात है की पीरियड देर से ही आएगा।
चिंता से भी
जब स्त्रियों के पीरियड्स 5 से 8 दिन तक नहीं आता है तो उन्हें लगता है कि कहीं वह गर्भवती तो नहीं हो गई हैं। हालांकि चिंता के कारण भी स्त्रियों के मासिक धर्म लेट से आते हैं। क्योंकि अधिक स्ट्रेस लेने से शरीर में हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है और पीरियड्स देर सा आता है।
अनहेल्दी डाइट के कारण भी
आमतौर पर आज के समय में महिलाएं अपने खानपान पर बहुत कम ख्याल रखती है। जिसका सीधा असर उनके हेल्थ पर ही पड़ता है। पीरियड्स रुकने का कारण भी अनहेल्दी डाइट हो सकता है। इसलिए प्रयास करें कि बाहर के जंक फूड कम खाएं। जूस और फल का सेवन अधिक करें। ताकि पीरियड समय से आए।
वजन में बड़ी बदलाव
मासिक धर्म देर से आने का मुख्य कारण वजन में बड़ी परिवर्तन भी हो सकता है। कभी-कभी अचानक शरीर में वजन या तो बहुत बढ़ जाता है या फिर कम हो जाता है जिसका सीधा असर पीरियड्स पर भी पड़ता है। इसलिए लेट से पीरियड आता है।