स्वास्थ्य
ये हैं आंखों को हेल्दी रखने के 5 टिप्स
Eye Health : हम इन दिनों स्क्रीन पर बहुत अधिक समय बिताने लगे हैं. स्क्रीन फिर चाहे मोबाइल की हो या कंप्यूटर की या टीवी की. स्क्रीन पर अधिक समय बिताने का सीधा असर आंखों पर पड़ रहा है. काफी लोगों को आंखों में दर्द की कम्पलेन रहती है या ठीक से दिखाई नहीं देता. ऐसे में महत्वपूर्ण है कि आंखों की न सिर्फ़ जांच कराई जाए बल्कि उन्हें आराम भी दिया जाए.
1. आंखों की जांच कराना
- उम्र चाहे कितनी भी हो, आंखों की वर्ष में एक बार जांच जरूर करानी चाहिए. जब भी आंखों की जांच कराने जाएं, आंखों को डाइलेट जरूर करवाएं.
- आंखों के अंदर की ठीक जांच आंखों को डाइलेट करके ही होती है. इसमें एक खास लिक्विड की कुछ बूंदें आंखों के अंदर डाली जाती हैं. इसे डालने से आंखों का भीतरी हिस्सा और नसें सरलता से दिख जाती हैं.
- अगर उम्र 40 वर्ष से अधिक है तो वर्ष में एक बार आंखों का प्रेशर जरूर चेक करवाएं. इस जांच से काले मोतिया का पता चलता है.
2. 20:20:20 फॉर्मूला
- हम अपने रुटीन में कभी निकट की तो कभी दूर की चीजें देखते हैं. यदि लगातार निकट की चीजें जैसे- मोबाइल या टीवी देखें तो कुछ देर के लिए दूर की चीजें देखनी चाहिए.
- हर शख्स को 20:20:20 फॉर्मूले पर अमल करना महत्वपूर्ण है यानी हर 20 मिनट बाद 20 बार पलकें झपकना, फिर लगातार 20 सेकंड तक 20 फुट या इससे दूर देखना चाहिए.
- इस प्रैक्टिस से आंखों को आराम मिलता है. साथ ही ड्राइ आंखों की कठिनाई भी कम होती है.
3. स्क्रीन से दूरी रखना
- मोबाइल हो या टीवी, स्क्रीन से दूरी बहुत महत्वपूर्ण है. सबसे अधिक मोबाइल से दूरी बनाएं. खासतौर से बच्चों को मोबाइल से दूर रखें.
- मोबाइल के कारण काफी बच्चों को मायोपिया होने लगा है. इससे बच्चों को दूर की चीजें ठीक से दिखाई नहीं देतीं. मायोपिया का सबसे बड़ा कारण आंखों में नमी न होना है.
- बच्चे हों या बड़े, स्क्रीन पर कम से कम समय गुजारें और प्रयास करें कि स्क्रीन देखते समय या कंप्यूटर पर काम करते समय पलकों को एक मिनट में 25 से 30 बार झपकाएं.
4. भरपूर विटामिन-A लेना
- आंखों की अच्छी स्वास्थ्य के लिए ऐसी चीजें खाएं जिनमें विटामिन-A भरपूर मात्रा में हो. हरी सब्जियां खाएं. साथ ही प्रतिदिन सलाद खाने की भी आदत डालें. सलाद में मौसमी सब्जियां इस्तेमाल करें.
- खाने में मौसमी फल जैसे आम, लीची, अंगूर, सेब, संतरा आदि शामिल करें. इनमें विटामिन-A भरपूर मात्रा में होता है.
5. आउटडोर ऐक्टिविटी करना
- आउटडोर ऐक्टिविटी आंखों की रोग को काफी हद तक दूर रखती हैं. आउटडोर ऐक्टिविटी न होने से हमारा शरीर पोषक तत्वों को ठीक ढंग से जज्ब नहीं कर पाता है और हमें भरपूर पोषक तत्व नहीं मिल पाते.
- अगर बात बच्चों की करें तो आउटडोर ऐक्टिविटी से बच्चों के शरीर से पसीना निकलता है. पसीना निकलने से डोपामाइन और मेलेटोनिन जैसे हॉर्मोन भी शरीर में निकलते हैं जिससे मायोपिया का खतरा कम हो जाता है.