फैटी लिवर के पीछे का क्या है कारण, यहाँ जानिए…
आज के समय में लोग अपने खानपान पर विशेष ध्यान नहीं रखते हैं। जिसका सीधा असर शरीर पर पड़ा है। वहीं इन दिनों लोग सबसे अधिक फैटी लीवर जैसी गंभीर रोग से परेशान हैं। जिसे आमतौर पर नजरअंदाज किया जाता है जो आगे चलकर गंभीर समस्याओं को जन्म देती है। फैटी लिवर का मुख्य कारण यह है कि लिवर की कोशिकाओं में फैट जमने लगती है जिससे लिवर में सूजन हो जाता है और फैटी लिवर की परेशानी पैदा होती है। आइए विस्तार से जानते हैं फैटी लिवर क्यों होता है?
कोलेस्ट्रॉल हाई होने से
फैटी लिवर होना का कारण शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना भी है। दरअसल जब कोलेस्ट्रॉल हाई होता है तो यह सीधे जाकर लिवर में ही इकट्ठा होने लगता है। जिसकी वजह से लिवर से जुड़ी परेशानियां बढ़ जात है। ऐसे में यदि लंबे समय तक कोलेस्टेरॉल हाई रहता है तो फैटी लिवर की परेशानी सबसे अधिक होती है। इसलिए अपने खानपान पर लोगों को खास ध्यान रखना चाहिए ताकि फैटी लिवर की परेशानी पैदा ही न हो।
मेटाबॉलिज्म कम होने पर
फैटी लिवर का मुख्य कारण अधिक मात्रा में जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करना है। जिसका असर मेटाबॉलिज्म पर होता है। धीरे-धीरे मेटाबॉलिज्म कमजोर पड़ने लगता है और शरीर में फैटी लिवर की आसार तेजी से बढ़ जाती है।
शराब पीने से भी
अल्कोहल यानी शराब के अधिक मात्रा में सेवन करने से भी फैटी लिवर का रिस्क बढ़ जाता है। क्योंकि शराब शरीर को पूरी तरह से बिगाड़ देता है। फैटी लिवर का एक मुख्य कारण शराब भी है।
मोटापा से भी फैटी लिवर का खतरा
फैटी लिवर का मुख्य कारण मोटापा भी है। दरअसल चर्बी बढ़ने से लिवर में सूजन और जलन होने लगती है। जिसका सीधा असर लिवर पर पड़ता है और धीरे-धीरे लिवर डैमट होने लगता है। ऐसे में आपको अपने खान-पान पर खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसी चीजों के सेवन करने से बचे जिसमें सबसे अधिक वसा हो। ताकि फैटी लिवर का खतरा कम रहेगा।
स्ट्रेस लेने से
अधिक स्ट्रेस से भी फैटी लिवर का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि आमतौर पर स्ट्रेस के कारण शरीर में हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है जिससे सूजन बढ़ने लगती है। ऐसे में फैटी लिवर का भी रिस्क बढ़ जाता है।
मीठा खाने से
फैटी लिवर मीठा खाने से भी होता है। यदि कोई आदमी अधिक मीठा खात है तो उसके लिवर में फैट जमा होने लगेंगे और धीरे-धीरे यह फैटी लिवर में परिवर्तित हो जाएगा।