स्वास्थ्य

यहां रोबोट कर रहा है जोड़ों का ऑपरेशन, जानिए लोकेशन

जोड़ों या हड्डियों का ऑपरेशन सरल नहीं आधुनिक मेडिकल साइंस में भी ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट को सबसे कठिन सर्जरी में से एक माना जाता है इसमें जरा सी भी गलती बड़ी कठिन खड़ी कर सकती है इस सर्जरी में समय भी बहुत लगता है साथ ही इसकी रिकवरी भी सरल नहीं होती लेकिन बदलती तकनीक औऱ साइंस की खोज ने अब चिकित्सक की स्थान रोबोट ने ले ली है रोबोट ऑपरेशन भी कर रहा है और ये सफल भी हो रहे हैं

नोएडा में अब डॉ रोबोट आ गए हैं यहां के फोर्टिस हॉस्पिटल ने रोबोट को जोड़ों के ऑपरेशन में लगा दिया है ये रोबोट करीब 10 महीने में ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के सैकड़ों ऑपरेशन कर चुका है दिलचस्प बात ये कि सभी ऑपरेशन सफल रहे रोगी फटाफट ठीक हो कर घर लौट गए

मिलिए डॉ रोबोट से
नोएडा फोर्टिस हॉस्पिटल के डायरेक्टर चिकित्सक अतुल मिश्रा ने इस बारे में विस्तार से बताया मेडिकल साइंस की दुनिया में सबसे पहले रोबोट का इस्तेमाल सबसे पहले कैंसर की सर्जरी में किया गया था लेकिन जैसे जैसे हम आगे बढ़े रोबोट हार्ट के ऑपरेशन भी करने लगे और अब जॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए हिंदुस्तान में इसे लॉन्च किया गया डॉ मिश्रा बताते हैं कि फोर्टिस हॉस्पिटल में भी करीब 10 महीने से रोबोट ही जोड़ों के सारे ऑपरेशन कर रहे हैं जॉइंस रिप्लेसमेंट के ऑपरेशन में कामयाबी और रिकवरी भी अच्छी है इसकी सबसे अच्छी बात एक्यूरेसी बहुत है सुबह की गई सर्जरी वाला पेशेंट शाम तक चलने लगता है एक महीने के अंदर नॉर्मल एक्टिविटी करने लगता है

हर सप्ताह सर्जरी
डॉ अतुल मिश्रा ने कहा रोबोट जो सर्जरी करता है उसमें एक्यूरेसी का बहुत अंतर होता समय उतना ही लगता है जितना चिकित्सक को लगता है लेकिन इस सर्जरी में पेशेंट को दर्द कम होता है रिकवरी दर बहुत अधिक है लेकिन ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में रोबोटिक सर्जरी में 10 से 15 फीसदी खर्चा अधिक आता है डॉ बताते हैं हमारे हॉस्पिटल में रोज ज्वाइंट रिप्लेसमेंट की चार से पांच सर्जरी हो रही हैं और इनके बेहतर रिज़ल्ट आ रहे हैं

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