स्वास्थ्य

इस डिवाइस की मदद से डायबिटीज रोगी जाने किन चीजो का सेवन होगा लाभ और किनसे नुकसान

डायबिटीज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती गंभीर स्वास्थ्य परेशानी है डब्ल्यूएचओ (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में करीब 53 करोड़ से अधिक लोग इस बीमारी के शिकार हैं वर्ष रेट वर्ष इस क्रोनिक बीमारी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है, एक शोध में संभावना जताई गई है कि जिस गति से डायबिटीज मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में वर्ष 2050 तक ये आकड़ा बढ़कर 1.3 बिलियन (130 करोड़) से अधिक हो सकता है इस बीमारी से बचाव को लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहने की राय दी जाती है

स्वास्थ्य जानकार कहते हैं, डायबिटीज में ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल और आहार पर विशेष ध्यान देते रहने की राय दी जाती है इसे कंट्रोल करने के लिए महत्वपूर्ण है कि आप आहार में उन चीजों को शामिल करें जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है ग्लाइसेमिक इंडेक्स, एक मापक है कि कोई विशेष भोजन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कितना बढ़ाता है पर कैसे जानें कि किसी फल या आहार का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कितना है? इसे मापने के लिए वैज्ञनिकों ने एक खास डिवाइस तैयार कर ली है

ग्लाइसेमिक इंडेक्स का पता लगाने वाला डिवाइस

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी गुवाहाटी (आईआईटीजी) ने विभिन्न खाद्य स्रोतों के ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) का पता लगाने के लिए एक पोर्टेबल, किफायती और विश्वसनीय उपकरण विकसित किया है, जो मधुमेह प्रबंधन में जरूरी किरदार निभा सकती है केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर दीपांकर बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने पॉइंट-ऑफ-केयर-टेस्टिंग (पीओसीटी) प्रोटोटाइप विकसित किया है जो लगभग पांच मिनट में सामान्य खाद्य स्रोतों के ग्लाइसेमिक इंडेक्स का पता लगा सकती है इस डिवाइस की सहायता से लोगों के लिए यह पता करना सरल हो जाएगा कि उन्हें किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किनका नहीं

डायबिटीज में क्या खाएं, इसका पता लगाना होगा आसान

स्वास्थ्य जानकार बताते हैं, ज्यादातर लोग इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि मधुमेह में किन फलों को खाया जा सकता है? हाई ग्लासेमिक इंडेक्स वाले भोजन तेजी से ब्लड शुगर को बढ़ा देते हैं प्रोफेसर दीपांकर कहते हैं, हमने जिस डिवाइस को विकसित किया है वह डायबिटीज के प्रबंधन में काफी मददगार हो सकती है क्रैकर्स, बिस्कुट, चिप्स और ब्रेड जैसे फास्ट फूड पर डिवाइस का परीक्षण किया तो हमने पाया कि क्रैकर्स में सबसे अधिक तेजी से पचने योग्य स्टार्च (आरडीएस) होते हैं, इससे ब्लड शुगर के बढ़ने का खतरा रहता है

रियल टाइम ग्लाइसेमिक इंडेक्स का चलेगा पता

अमेरिकन केमिकल सोसाइटी द्वारा सस्टेनेबल केमिस्ट्री एंड इंजीनियरिंग जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में प्रोफेसर बंद्योपाध्याय बताते हैं, खाद्य पदार्थों का रियल टाइम ग्लाइसेमिक इंडेक्स का पता चलना मददगार हो सकता है इस डिवाइस की सहायता से खाद्य पदार्थों का चयन करना सरल होगा दुनिया की कामकाजी जनसंख्या के बीच फास्ट फूड का चलन बढ़ने के साथ ही इस तरह के पोर्टेबल डिवाइस की जरूरत थी

डायबिटीज का प्रबंधन जरूरी

स्वास्थ्य जानकार कहते हैं, जिस तरह से पूरे विश्व में डायबिटीज मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, हमारे लिए जरूरी है कि कम उम्र से ही इससे बचाव को लेकर अलर्ट रहें लाइफस्टाइल की गड़बड़ी के कारण 30 से कम का उम्र और बच्चों में भी इस क्रोनिक रोग के बारे में पता चल रहा है डायबिटीज की स्थिति कई और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे दिल रोग, मेटाबॉलिज्म और मोटापे की परेशानी बढ़ाने वाली हो सकती है, जिसका मतलब यह संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए गंभीर परेशानी है

 

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