इजरायल विरोधियो ने हार्वर्ड यार्ड में जॉन हार्वर्ड की प्रतिमा के ऊपर लहराया फिलिस्तीनी का झंडा
वाशिंगटन: अमेरिका में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इजरायल विरोधी प्रदर्शनकारियों ने हार्वर्ड यार्ड में जॉन हार्वर्ड की प्रतिमा के ऊपर फिलिस्तीनी झंडा फहराया, जबकि यह जगह अमेरिकी ध्वज के लिए आरक्षित है. बता दें कि गाजा युद्ध के विरुद्ध अमेरिका भर के विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन जारी है. न्यूयॉर्क के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में 18 अप्रैल को हुई सामूहिक गिरफ्तारियों के बाद से देशभर में गिरफ्तारियों की संख्या 900 के करीब पहुंच गई है.
शनिवार को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में यह घटना तब हुई जब फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने आइवी लीग विद्यालय के परिसर में चल रहे अपने आंदोलन को खत्म करने से इनकार कर दिया है. हार्वर्ड के एक प्रवक्ता ने इस घटना को “विश्वविद्यालय की नीति का उल्लंघन” बताया, और बोला कि “इसमें शामिल व्यक्तियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी”. अकेले शनिवार को, ब्लूमिंगटन में इंडियाना यूनिवर्सिटी, एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी और सेंट लुइस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न परिसरों से लगभग 275 लोगों को अरैस्ट किया गया.
एक विद्यार्थी समाचार पत्र हार्वर्ड क्रिमसन ने बोला कि शनिवार शाम को परिसर में तीन फिलिस्तीनी झंडे फहराए गए. जैसे ही हार्वर्ड यार्ड ऑपरेशंस स्टाफ ने झंडे हटाए, प्रदर्शनकारियों ने चिल्लाया “शर्म करो!” और “फ्री फ़िलिस्तीन” और “नदी से समुद्र तक, फ़िलिस्तीन आज़ाद होगा” के नारे लगाए. कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स में रविवार को इजरायल समर्थक और फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें देखी गईं. रिपोर्ट्स में बोला गया कि प्रदर्शनकारियों ने उस अवरोध को तोड़ दिया जो विद्यालय ने दोनों गुटों को अलग करने के लिए स्थापित किया था.
रिपोर्ट के अनुसार, वाशिंगटन डीसी में जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के परिसर में रविवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जहां विद्यार्थियों ने एक पार्क और बगल की सड़क पर दर्जनों तंबू लगाए. कुछ प्रदर्शनकारियों ने पारंपरिक केफियेह पहन रखा था और फिलिस्तीनी झंडे लहराते हुए “फ्री फिलिस्तीन” के नारे लगाए. रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी गाजा के राफा में एक शरणार्थी शिविर में, फिलिस्तीनी विद्यार्थियों ने अमेरिकी कॉलेज परिसरों में देखे गए समर्थन के लिए आभार व्यक्त करने के लिए एकजुटता का प्रदर्शन किया. विद्यार्थियों ने बैनर ले रखे थे जिन पर लिखा था, “कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्र, हमारे साथ खड़े रहें”.
दक्षिणी कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में परिसर की संपत्ति की तोड़फोड़ की सूचना मिली थी. यूनिवर्सिटी ने बोला कि यह “उन व्यक्तियों द्वारा किया गया था, जो उस समूह का हिस्सा हैं जिन्होंने हमारे परिसर में गैरकानूनी रूप से डेरा डालना जारी रखा है”. चल रहे विरोध प्रदर्शनों पर, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बोला कि राष्ट्रपति जो बाइडेन “जानते हैं कि बहुत मजबूत भावनाएं हैं,” लेकिन हम विरोध प्रदर्शन का प्रबंधन क्षेत्रीय ऑफिसरों पर छोड़ रहे हैं.
रविवार को एक संदेश में, मैसाचुसेट्स में टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के मेडफोर्ड-सोमरविले परिसर ने बोला कि “बिना किसी व्यवधान के 2024 की आरंभ में कक्षा का उत्सव मनाने” के कोशिश में कब्ज़ा विरोध “आदर्श रूप से शांतिपूर्वक और स्वेच्छा से खत्म होना चाहिए”. एक बयान में, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष सैली कोर्नब्लुथ ने बोला कि विरोध प्रदर्शन को खत्म करने के लिए विद्यार्थी प्रदर्शनकारियों और प्रशासकों के बीच वार्ता तब गतिरोध में आ गई, जब “छात्रों ने सोशल मीडिया पर साफ कर दिया कि वे अपनी मूल मांगों से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे”.
प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों और प्रशासन के बीच वार्ता में गतिरोध आने के बाद कोलंबिया यूनिवर्सिटी का फ़िलिस्तीनी समर्थक डेरा दो हफ्ते से जारी है. रविवार को एक इंटरव्यू में, सीनेट रिपब्लिकन नेता मिच मैककोनेल ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन को “एक घातक स्थिति” कहा. उन्होंने कहा कि, “वहाँ यहूदी विरोधी भावना भी है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है. मैं इस राष्ट्र में यह देखकर दंग रह गया हूं.”