चीन का एक और कमाल, अब बिना नेटवर्क होगी कॉलिंंग
सैटेलाइट कम्युनिकेशन के क्षेत्र में चीन ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. चीनी वैज्ञानिकों ने दुनिया की पहली ऐसी सैटेलाइट डेवलप की है जिसके जरिए स्मार्टफोन्स से सीधे कॉल की जा सकेगी. इसके लिए अब ग्राउंड बेस्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे टॉवर आदि की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. इस सैटेलाइट को टियांगटोंग (Tiangtong) नाम दिया गया है. इस शब्द का अर्थ ‘स्वर्ग से संपर्क’ होता है.
Tiangtong-1 सैटेलाइट सीरीज की आरंभ 6 अगस्त 2016 को पहली लॉन्चिंग के साथ हुई थी. अब इस सीरीज में 3 सैटेलाइट शामिल हो चुकी हैं जो पूरे एशिया-पैसिफिक क्षेत्र को कवर करती हैं. बता दें कि हुवावे ने पिछले वर्ष सितंबर में दुनिया का पहला ऐसा SmartPhone लॉन्च किया था जो सैटेलाइट कॉलिंग को सपोर्ट करता था. अब शाओमी, ऑनर और ओप्पो जैसी अन्य चीनी SmartPhone निर्माता कंपनियों के लिए भी इसका रास्ता तैयार हो गया है.
कॉल क्वालिटी की परेशानी कैसे की दूर?
यह कारनामा कर दिखाया है चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने. एकेडमी ने बोला है कि मोबाइल टेलीफोन के लिए डायरेक्ट सैटेलाइट कनेक्टिवटी एक नए डेवलपमेंट ट्रेंट की तरह सामने आई है. आम जनता के बीच सैटेलाइट कम्युनिकेशन समय के साथ लोकप्रिय होगा. हालांकि, सैटेलाइट कॉलिंग में पैसिव इंटरमॉड्यूलेशन की परेशानी आती है जो सैटेलाइट कॉल्स की क्वालिटी खराब कर सकता है. इस पर भी काम किया गया है.
कॉल क्वालिटी को लेकर चीनी वैज्ञानिकों ने टियांगटोंग सैटेलाइट्स में बहुत सेंसिटिव रिसेप्शन कैपिबिलिटीज इनेबल की हैं. इससे बिना एक्सटर्नल एंटीना के सामान्य स्मार्टफोन्स भी सिग्नल कैच कर सकते हैं. लेकिन, सैटेलाइट्स के एक्स्ट्रीम तापमान से एक्सपोजर और मल्टिपल फ्रीक्वेंसी बैंड्स पर ऑपरेशंस को देखते हुए इस कैपिबिलिटी को काफी जरूरी कहा जा रहा है. चीनी वैज्ञानिकों का बोलना है कि इससे कॉलिंग में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा