अब स्कूलों में बंदूक लेकर पढाने जाएंगे टीचर्स
Gun Culture in US: दूसरों को नसीहत देने वाला अमेरिका, अक्सर स्वयं नैतिकता भूल जाता है। CAA पर अमेरिका।।भारत को ज्ञान दे रहा है कि CAA कानून ‘भारतीय संविधान का उल्लंघन’ करते हैं, लेकिन आज आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे अमेरिका अपने राष्ट्र में लोगों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन करने वाला काम कर रहा है।
अमेरिका में गन कल्चर है। जिसकी वजह से आए दिन वहां से खबरें आती हैं कि अमेरिका के विद्यालय में गोलीबारी हो गई और बच्चों की जान चली गई, लेकिन लाचार अमेरिकी गवर्नमेंट चाहकर भी गन कल्चर पर लगाम नहीं लगा पाई है।।उल्टा अब तो इसे बढ़ावा देने वाला निर्णय अमेरिका ने लिया।
अब बंदूक लेकर विद्यालय में पढ़ाने जाएंगे टीचर्स
अमेरिका का एक राज्य है टेनेसी। इस राज्य में अब विद्यालय के टीचर भी अपने साथ बंदूक रख सकेंगे | टेनेसी राज्य ने इसके लिए बकायदा कानून पास कर दिया है। दंग करने वाली बात है कि वहां के लोगों ने इस कानून को बनाने का विरोध किया।।लेकिन राज्य गवर्नमेंट पर कोई असर नहीं पड़ा। ये है अमेरिका का मानवाधिकार। ये है अमेरिका की नैतिकता
अब आप जरा सोचिए…उन स्कूली विद्यार्थियों पर क्या असर जिन्हें ये पता चलेगा कि जिस टीचर से वो पढ़ रहे हैं, उसके पास बंदूक है। एक हाथ में किताबें….और दूसरे हाथ में बंदूक…अब अमेरिका के विद्यालयों में टीचर कुछ इसी तरह से नजर आएंगे क्योंकि अमेरिका ने विद्यालय टीचर्स को बंदूक साथ में रखने की इजाजत दे दी है।
अपने राष्ट्र में गन कल्चर को नहीं रोक पाया है अमेरिका
अमेरिका में विद्यालयों में फायरिंग घटनाएं आम बात हो चुकी हैं। हर महीने अमेरिका के विद्यालयों से गोलीबारी की खबरें आती हैं और इनमें कई मासूम मारे जाते हैं। ना तो बराक ओबामा।।ना ही डॉनल्ड ट्रंप और ना ही जो बाइडेन। अब तक कोई भी राष्ट्रपति अमेरिकी गन कल्चर को नहीं रोक पाया। विपरीत अब तो उसने अपने राष्ट्र के विद्यालयों को और अधिक असुरक्षित बना दिया है।
अमेरिका के टेनेसी राज्य में विद्यालय टीचर और वहां काम करने वाले कर्मचारियों को अपने साथ बंदूक रखने की इजाजत मिल गई है। इसके लिए बकायदा टेनेसी राज्य में कानून बना दिया गया है। ये समाचार भले ही अमेरिका के टेनेसी राज्य के विद्यालय टीचर्स के लिए राहत भरी हो।।लेकिन ये हजारों माता-पिता के लिए बड़ी चिंता की वजह बन गया है। अमेरिकी विद्यार्थियों के अभिभावक इस बात से परेशान हैं कि ना जाने कौन सा टीचर कब विद्यालय में फायरिंग कर दे।
टेनेसी राज्य में पिछले वर्ष 3 बच्चों की हुई थी मौत
अमेरिका के जिस टेनेसी राज्य ने ये कानून बनाया है। इसी राज्य में पिछले वर्ष एक पूर्व विद्यार्थी अपने विद्यालय में खतरनाक हथियार लेकर पहुंच गया था, उसने क्लास रूम में घुसकर फायरिंग की थी।।जिसमें 3 मासूम बच्चों की मृत्यु हो गई थी। इस घटना से अमेरिका ने यही सबक लिया है कि बंदूक पर लगाम मत लगाओ।।उल्टा विद्यालय के टीचर और स्टाफ के हाथ में ही बंदूक थमा दो। हालांकि टेनेसी राज्य ने टीचर्स को विद्यालय में बंदूक लाने से जुड़े कुछ नियम तय किए हैं।
टीचर्स को बंदूक रखने के नियम
– टीचर को बंदूक रखने के लिए लाइसेंस लेना होगा
– क्षेत्रीय प्रशासन, पुलिस और प्रिंसिपल से लिखित स्वीकृति लेनी होगी
– टीचर को एक मनोवैज्ञानिक परीक्षा देनी होगी।।ताकि ये जांचा जाए कि टीचर मानसिक रूप से बंदूक रखने के लिए फिट है कि नहीं।
गजब कानून को लेकर पैरंट्स का भड़का गुस्सा
अमेरिका में ऐसा कानून बनाने को लेकर विद्यार्थियों और अभिभावकों में बहुत गुस्सा है। कई बार इसके विरुद्ध प्रदर्शन भी हुए।।लेकिन अमेरिका में गवर्नमेंट ने विरोध प्रदर्शन को दरकिनार कर विद्यालय में हथियार लेने वाला कानून पारित कर दिया ।
जो राष्ट्र स्वयं को दुनिया का सबसे ताकतवर राष्ट्र मानता है। उसने अपने लोगों को बंदूक रखने का कानूनी अधिकार दे रखा है और इसी अधिकार के कारण अमेरिका में हर वर्ष सैकड़ों लोग फायरिंग की घटनाओं में जान गंवा रहे हैं। अमेरिका की नैतिकता और मानवाधिकार का हाल देखिए।।लोगों के विरोध के बावजूद अपने राष्ट्र से गन कल्चर समाप्त नहीं कर पा रहा है।
अपने गन कल्चर से जान गंवा रहे लोग
अमेरिका में गन कल्चर विद्यालयों तक पहुंच चुका है। विद्यालयों में फायरिंग के आंकड़े बहुत दंग करने वाले हैं। इस वर्ष अब तक अप्रैल तक अमेरिका में विद्यालय में फायरिंग की 18 घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें कॉलेज में 4 और विद्यालय में 12 फायरिंग की घटनाएं हुई हैं। मतलब कम उम्र के बच्चे बंदूक चला रहे हैं, इस वर्ष अब तक 9 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 25 घायल हुए हैं।
जो बाइडेन जब से सत्ता में आए हैं। विद्यालय में फायरिंग की घटनाएं भी बढ़ी हैं। 2023 में 82 घटनाएं हुईं। जो 2020 में 21 थीं। मतलब 3 गुना बढ़ गईं | ऐसा इसलिए क्योंकि जो बाइडेन ने गन कल्चर पर कोई रोक ही नहीं लगाई।