सरायकेला जिले के रहने वाले मृत्युंजय जमशेदपुर में अपनी लिखी हुई किताब मां को…
जमशेदपुर। हर जीव का जीवन संघर्ष से ही प्रारम्भ होता है। जन्म से मौत तक एक संघर्ष है। साहसी आदमी इसका सामना मुस्कुरा कर करते हैं। कुछ इसी तरह मुस्कुरा कर जीवन का सामना कर रहे हैं मृत्युंजय पोद्दार। जमशेदपुर से 50 किलो मीटर दूर सरायकेला जिले के रहने वाले मृत्युंजय इन दिनों जमशेदपुर में अपनी लिखी हुई पुस्तक ‘मां ( कहानी एक सरेंडर की )’ बेच रहे हैं।
लोकल 18 को बताते हुए मृत्युंजय ने कहा कि वे 28 वर्ष के हैं और बचपन से अपंग हैं, लेकिन वे इस बात को अपनी कमजोरी नहीं समझते। प्रारम्भ से ही इन्हें लिखने पढ़ने का शौख रहा है, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण 10वीं के बाद ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
मां को देख मिली प्रेरणा
मृत्युंजय प्रारम्भ से ही अपने मां के संघर्ष देखकर काफी प्रेरित होते थे, लेकिन आज से 15 वर्ष पहले उनकी मां ने दुनिया को अलविदा कह दिया। वह घड़ी उनके लिए काफी मुश्किल थी। फिर उन्होंने ये पुस्तक लिखना प्रारम्भ की और 2023 में पुस्तक छप के तैयार हो गई। इन्होंने बैंक से 1 लाख रुपए लोन 28 प्रतिशत इंटरेस्ट पर लिए हैं
यह पुस्तक नोशन प्रेस पब्लिशर के साथ मिलकर प्रिंट हुई है। मृत्युंजय ने कई सारी पुस्तकों की दुकानों में अपनी पुस्तक बेचने के लिए दी, लेकिन किसी ने भी इनकी पुस्तक को अपनी दुकान में स्थान नहीं दी। इसी दिन से स्वयं ही अपनी पुस्तक बेचने की ठानी और औनलाइन साइट में भी अपनी पुस्तक को डाल दिया है। जिसकी औनलाइन मूल्य 200 रुपए है और ऑफलाइन 150 रुपए है।
बॉलीवुड के सितारे भी इस पुस्तक के दीवाने
बॉलीवुड सितारे वान्या सिंह राजपूत और युवराज गुप्ता ने भी इनकी पुस्तक खरीदी हैं और पढ़ने के बाद काफी पॉजिटिव रिव्यू दिया। 8210732307 इस नंबर में संपर्क कर आप यह पुस्तक खरीद के पढ़ सकते हैं और मृत्युंजय की छोटी सी सहायता कर सकते हैं।