बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने बताए सफलता हासिल करने के ये आसान उपाय
जीवन में हर कोई कामयाबी पाना चाहता है, लेकिन कई बार अपनी ही कुछ गलतियों की वजह से उसे कामयाबी हासिल नहीं हो पाती है. इसके अतिरिक्त कई बार कुंडली में ग्रहों के कमजोर होने से भी आदमी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं. यदि आपको भी कामयाबी मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में आप बागेश्वर धाम गवर्नमेंट के कुछ तरीकों को अपना सकते हैं.
बागेश्वर धाम गवर्नमेंट के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक कथावाचक हैं. इसी के साथ वह दरबार भी लगाते हैं, जहां वह बिना बताए लोगों की कठिनाई और उसका निवारण उन्हें बताते हैं. दरबार के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जीवन में कामयाबी पाने के कई मूल मंत्रों के बारे में कहा है. आज हम आपको कामयाबी के 5 तरीकों के बारे में विस्तार से बताएंगे.
मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, जिस आदमी की कुंडली में सूर्य मजबूत होता है, उसे जीवन में बहुत शीघ्र कामयाबी मिलती है. इसके अतिरिक्त उसके जीवन में आ रही परेशानियां भी धीरे-धीरे कम होने लगती हैं. तो यदि आप भी अपनी कुंडली में सूर्य ग्रह को मजबूत करना चाहते हैं, तो इसके लिए नियमित रूप से रविवार के दिन मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं.
सूर्य को जल चढ़ाएं
बागेश्वर धाम गवर्नमेंट बताते हैं कि प्रत्येक आदमी को प्रतिदिन सूर्य देवता को जल अर्पित करना चाहिए. धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, जो भी आदमी रविवार के दिन उगते सूरज को जल देता है, तो उसे जीवन में अपार कामयाबी मिलती है.
मां लक्ष्मी की पूजा करें
बागेश्वर धाम गवर्नमेंट के अनुसार, सूर्य देवता की पूजा करने के बाद मां लक्ष्मी की पूजा करना भी शुभ होता है. इससे घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है. इसके अतिरिक्त कुंडली में धन और कामयाबी के योग भी बनने लगते हैं.
पाठ करें
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि जो आदमी रोजाना सूर्यदेव की उपासना नहीं कर पाता है, तो उसे रविवार के दिन आदित्य दिल स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए. इससे सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. यदि आपको भी जॉब और कारोबार में कामयाबी हासिल करनी है तो रविवार के दिन सूर्य देवता की उपासना जरूर करें.
सूर्य देवता की उपासना करें
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, रविवार के दिन बहते हुए जल में गुड़ और चावल को मिश्रित करके प्रवाहित करना शुभ होता है. इससे कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है, जिससे आदमी को समाज में मान-सम्मान मिलता है. इसके अतिरिक्त उसकी कामयाबी में आ रही परेशानियां भी धीरे-धीरे कम होने लगती हैं.