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चैत्र नवरात्रि आज से, कब करें कलश स्थापना, जानें यहां

 देवघरः आज चैत्र नवरात्रि की आरंभ हो जाएगी 9 अप्रैल को चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि है चैत्र नवरात्रि में माता दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है, जिसकी आरंभ घरों में भक्त घटस्थापना से करते हैं पहले दिन कलश स्थापना के लिए मुहूर्त का बड़ा महत्व माना गया है ज्योतिषविदों की मानें तो कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में करने से माता दुर्गा प्रसन्न होती हैं इस बार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 9 अप्रैल की सुबह 6 बजे से 10 बजे तक है ऐसे में यदि आप सुबह कलश न स्थापित कर पाएं तो कब करें?

देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुदगल ज्योतिष केंद्र के मशहूर ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Local 18 को कहा कि 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्र की आरंभ होने वाली है पूजा में विधि विधान का खास ध्यान रखा जाता है माता दुर्गा का कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में और विधि विधान के साथ ही करना चाहिए ऐसा करने से माता दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्त को मनचाहे फल की प्राप्ति होती है इसके अतिरिक्त खरमास में प्रारम्भ होने वाले चैत्र नवरात्रि की पूजा में कुछ बातों का और ध्यान रखना चाहिए

ज्योतिषाचार्य ने Local 18 को कहा कि इस वर्ष चैत्र नवरात्रि के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं, जो सुबह 6 बजकर 11 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक रहेगा यदि जातक इस मुहूर्त में कलश स्थापना नहीं कर सकता तो वो अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना कर सकता है अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 32 मिनट से लेकर 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा ध्यान रहे, जैसे ही कलश स्थापना करने के बाद आप पूजन करेंगे, आपके घर में नवरात्रि का पर्व प्रारम्भ हो जाएगा

कलश स्थापना की विधि
ज्योतिषाचार्य ने Local 18 को कहा कि चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना के लिए कलश के नीचे सप्तधान, जो, अरवा चावल और कलश में गंगाजल को रखें हल्दी, सुपारी, दूर्वा आदि डाल कर के आम का पल्लव और नारियल रखकर कलश स्थापित करें कलश को चुनरी और माला से सजाएं उसके बाद अखंड ज्योति जलाकर नवरात्रि पर्व की आरंभ करें

इस रंग के कपड़े पहनकर करें पूजन
चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है इसमें लाल या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनकर कलश स्थापना करनी चाहिए क्योंकि, पूजा में वस्त्र का भी महत्व होता है साथ ही प्रथम दिन गाय के घी से बनी मिठाई का भोग लगाएं प्रथम दिन गुड़हल, कनेर और अपराजिता पुष्प माता दुर्गा को अर्पित करें इससे माता दुर्गा प्रसन्न होंगी और जातक की इच्छा पूर्ण करेंगी

किस दिन करें विसर्जन
9 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की आरंभ होने जा रही है, साथ ही 16 अप्रैल को अष्टमी का व्रत रखा जाएगा उसके बाद 17 अप्रैल को नवमी तिथि को हवन करें वहीं, दशमी तिथि को चैत्र नवरात्रि का पारण करना चाहिए

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