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Healthy Romantic Relationships: रिश्ते से जुड़े इन मिथकों को गलतफहमी बनने से पहले कर लें दूर

आजकल ज्यादातर कपल अपने संबंध से खुश नहीं है. लेकिन क्यों? संबंध से नाखुश होने की कई वजहें हो सकती हैं. लेकिन अपने संबंध को सबसे अच्छा दिखाने और स्वयं को एक आदर्श कपल बनाने की होड़ इसकी सबसे बड़ी वजह है. आजकल के ज्यादातर कपल अपने संबंध को ‘सबसे अच्छा’ दिखाने की प्रयास में लगे हुए हैं. ऐसा करने के दौरान वह अक्सर अच्छे संबंध से जुड़े उन मिथकों पर भी विश्वास कर लेते हैं, जो अक्सर उनके बीच गलतफहमियाँ पैदा कर देते हैं. उदाहरण के लिए, कुछ लोग सोच सकते हैं कि लगातार रोमांस करना या कभी बहस न करना एक आदर्श संबंध का संकेत हैं, जबकि सच्चाई ये है कि हर संबंध में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. ऐसी ही कुछ आदतें हैं, जो वैसे तो रिश्तों के लिए अच्छी होती हैं, लेकिन मिथकों की वजह से लोग अक्सर उन्हें गलत समझकर बैठ जाते हैं. इसलिए बेहतर संबंध बनाने के लिए, इन मिथकों से परे देखना और यह समझना जरूरी है कि एक-साथ खुश रहने के लिए क्या चीजें अर्थ रखती हैं.

मनोचिकित्सक इसरा नासिर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर उन आदतों के बारे में बात की है, जो रोमांटिक संबंध के लिए बहुत अच्छी होती है. लेकिन लोग इन्हें अक्सर गलत समझ बैठते हैं. इन आदतों को साझा करते हुए एक्सपर्ट ने लिखा, ‘लोगों के अपने रिश्तों में नाखुश होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि वे अनजाने में अपने दिन-प्रतिदिन “एक अच्छा रिश्ता” के बारे में मिथक और गलतफहमियाँ लाते हैं. ये मिथक रिश्तों में हमारी अपेक्षाओं को निर्धारित करते हैं, और यहां तक ​​कि यह भी निर्देशित करते हैं कि हम क्या सोचते हैं कि स्वीकार्य है और क्या नहीं.

नासिर ने आगे साझा किया, ‘साहित्य, फिल्मों और पॉप संस्कृति में आदर्शीकृत रोमांटिक कथाओं के कारण बहुत सी स्वस्थ संबंध की आदतों को खराब प्रतिष्ठा मिलती है. हम उन्हें आत्मसात करते हैं, और फिर उन्हें अपने रिश्तों पर लागू करते हैं. ये गलतफहमियाँ हमें इन स्वस्थ उपायों से कार्य करने से रोकती हैं, क्योंकि हमें लगता है कि वे गलत हैं. इससे गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं और अस्वस्थ पैटर्न और भी मजबूत हो सकते हैं.

स्पेस लेना और अकेले समय बिताना- यह सुनिश्चित करना कि आपका रिश्ता आपकी पहचान को ख़त्म न कर दे, आपके आत्म-सम्मान को बनाए रखने के लिए जरूरी है. आप अपने जीवन में जितना अधिक सुरक्षित होंगे, आप अपने संबंध में उतना ही अधिक आत्मविश्वास दिखाएंगे. जब आप अलग समय बिताना बंद कर देते हैं तो आप अपने साथी से यह आशा करने लगते हैं कि वह आपकी सभी ज़रूरतें पूरी करेगा, जो संबंध के लिए नुकसानदायक है.

दूसरे लोगों को सुन्दर पाना- किसी को सुन्दर पाना और उसके प्रति आकर्षित होना भिन्न-भिन्न बातें हैं. आदमी दूसरों की ओर आकर्षित होने के लिए बना है. आकर्षण लोगों को करीब लाने का काम करता है. इसके लिए अपने साथी को दंडित करना, या इसके लिए स्वयं को शर्मिंदा करना, भविष्य में आप दोनों को इसे एक-दूसरे से बातें छिपाने का कारण बन सकता है.

कुछ तर्कों को अनसुलझा छोड़ना- यह असंभव है कि आप और आपका साथी हर बात पर सहमत हों, या हर समय 100% अनुकूल हों. मतभेद होना कोई मामला नहीं है, आप मतभेदों को फिर से कैसे परिभाषित करते हैं और बीच के रास्ते पर कैसे आते हैं यह जरूरी है. बीच-बीच में मिलना सीखना और कुछ चीज़ों को जाने देना रिश्तों का एक स्वस्थ हिस्सा है.

मित्रों के स्वतंत्र और भिन्न-भिन्न समूह होना- ‘फ्रेंड्स’ और ‘हाउ आई मेट योर मदर’ जैसे शो ने इस विचार को लोकप्रिय बनाया कि आपके पास दोस्तों का एक ही समूह होना चाहिए. लेकिन भिन्न-भिन्न मित्र समूह होने से आप दोनों अपनी सामाजिक जरूरतों को स्वतंत्र रूप से पूरा कर सकते हैं, और नए अनुभवों की आसार भी बढ़ जाती है. जो आपके संबंध को समृद्ध बनाता है. आपके साझा मित्र भी हो सकते हैं, लेकिन अपना सामाजिक दायरा बनाए रखना जरूरी है.

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