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उज्जैन के महाकाल के गर्भगृह में आग से 13 झुलसे, मुख्यमंत्री ने लिया घायलों का हाल

मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकालेश्‍वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान गुलाल उड़ाए जाने से आग लग गई, जिस वजह से पुजारी सहित 13 लोग झुलस गए. जिलाधिकारी नीरज सिंह ने इस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. वहीं सीएम डाक्टर मोहन यादव घायलों का हाल जानने इंदौर और फिर उज्जैन पहुॅचे. साथ ही एक-एक लाख की आर्थिक सहायता का भी घोषणा किया है.

बताया गया है कि भस्म आरती के बाद गर्भगृह में उपस्थित पुजारी द्वारा आरती की जा रही थी. इसी दौरान होली के अवसर पर अबीर और गुलाल उड़ाया गया, जिससे आरती की थाली में जलती ज्योति में गुलाल गिरने से आग भड़क उठी. साथ ही, चांदी के हिस्से को जिन कपड़ों से ढका गया था, उनमें भी आग लगी और गर्भगृह में उपस्थित कई पुजारी सहित 13 लोग झुलस गए. सभी को इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया है. इस हादसे में आठ लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए इंदौर भेजा गया है.

महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने कहा है कि भस्म आरती के बाद गुलाल उड़ाया जा रहा था. इस दौरान आग भड़क उठी और वहां उपस्थित पुजारी सहित अन्य लोग झुलस गए सभी को इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया है. इस हादसे की जानकारी मिलते ही सीएम डाॅ मोहन यादव भोपाल से इंदौर के हॉस्पिटल पहुॅचे और घायलों का हाल जानने के साथ डॉक्टरों कोे बेहतर इलाज के निर्देश दिए.

उन्होंने बोला है, श्रीमहाकालेश्‍वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुई हादसा में घायलों के बेहतर इलाज की प्रबंध के निर्देश दिए हैं, साथ ही घायलों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि भी मौजूद कराई जाएगी. बाबा महाकाल की कृपा से किसी प्रकार की बडी नुकसान नहीं हुई है, लेकिन भविष्य में इस प्रकार की हादसा दोबारा न हो, इसके लिए मुनासिब व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं.

मुख्यमंत्री इंदौर के बाद जिला अस्पताल, उज्जैन पहुंचे और घायलों का कुशलक्षेम जाना. साथ ही बाबा महाकाल से सभी के शीघ्र स्वास्थ्य फायदा की प्रार्थना की. उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह नए इस हादसे में 13 लोगों के झुलसने की बात स्वीकारी है, साथ ही मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत मृणाल मीणा और अपर कलेक्टर अनुकूल जैन द्वारा संपूर्ण घटना की जांच की जाएगी. कलेक्टर सिंह ने तीन दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.

स्थानीय लोगों का बोलना है कि जो गुलाल उड़ाई जा रही थी. उसमें कपूर होने की आसार है और उसी के चलते यह आग भड़की है. मंदिर परिसर में उस समय बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे, मगर स्थितियों को शीघ्र ही संभाल लिया गया और आग पर काबू पा लिया गया.

बता दें कि रविवार को बाबा महाकाल के दरबार में सुबह फूलों की होली खेली गई थी और शाम को होलिका दहन किया गया था. सोमवार की सुबह भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल के साथ अबीर गुलाल से होली खेली जा रही थी, उसी दौरान यह दुर्घटना हो गया.

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