राष्ट्रीय

कौन है PM मोदी का युवा कश्मीरी ‘दोस्त नाजिम’

श्रीनगर: कौन है पीएम मोदी का  का युवा कश्मीरी ‘दोस्त नाजिम’? इस प्रश्न का उत्तर सब जानना चाहते हैं पीएम ने श्रीनगर में एक रैली के दौरान नाजिम नाम के पुरुष के साथ सेल्फी ली उन्होंने इसे X पर पोस्ट किया और नाजिम को ‘स्वीट रिवॉल्यूशन’ का लीडर बताया ऐसे में Local-18 ने नाजिम से स्वयं ही उनके काम के बारे में पूछ लिया

कौन है नाज़िम?
नाज़िम पुलवामा के सांबोरा गांव के रहने वाले हैं वो शहद का काम करते हैं उन्होंने अपने काम और उस योजना के बारे में भी पीएम नरेन्द्र मोदी को बताया, जिसकी वजह से उन्हें शहद व्यवसायी के रूप में खास पहचान मिली नाज़िम ने कहा कि जब वो वर्ष 2018 में 10वीं के विद्यार्थी थे तब उन्होंने अपने घर की छत पर दो बक्सों से साथ मधुमक्खी पालन का बिजनेस प्रारम्भ किया था विद्यालय से आने के बाद वो इसी काम में मगन रहते थे धीरे-धीरे उन्होंने इस काम की जानकारी इंटरनेट से जुटाई और काम बढ़ाने के बारे में सोचा

कैसे बढ़ाया बिजनेस
नाजिम ने बोला कि वर्ष 2019 में उन्हें इसी काम को आगे बढ़ाने के बारे में सोचा, लेकिन कैसे बढ़ेगा ये पता नहीं था वर्ष 2019 में, मैं गवर्नमेंट के पास गया और मधुमक्खियों के 25 बक्से के लिए 50% सब्सिडी मुझे मिली उन 25 बक्सों से करीब 25 किलो शहद निकला पहली बार इतने शहद को बेचने के लिए उन्हें कोई बाजार भी नहीं पता था फिर वो गांव-गांव गए शहद बेचा इससे उन्हें पूरे 60 हजार रुपए की कमाई हुई घर वाले भी खुश हो गए

किस योजना से मिला पैसा
– नाजिम को पीएम रोजगार सृजन कार्यक्रम से पैसे मिले
– इस योजना से उन्हें करीब 5 लाख रुपए का लोन मिला
– इसकी बदौलत वो 25 से 200 बक्सों पर आ गए
वर्ष 2020 में नाजिम ने शहद बेचने के लिए स्वयं की वेबसाइट प्रारम्भ की
– बेवसाइट खुलने के बाद वो शहद का ब्रांड बन गए
– हजारों रुपए के औनलाइन ऑर्डर नाजिम को मिलने लगे
वर्ष 2023 में नाजिम ने औनलाइन 5 हजार किलो शहद बेचा
– अब वो अपने साथ-साथ 100 लोगों को रोजगार दे रहे हैं
– अब एक स्टॉल से ही 1 लाख की कमाई हो जाती है

प्रधानमंत्री मोदी ने की तारीफ
पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, मेरे दोस्त के साथ यादगार सेल्फी
– उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं
–  प्रधानमंत्री ने कहा ‘Sweet Revolution’ का लीडर
– विकसित हिंदुस्तान कार्यक्रम के लाभ पाने वाले हैं निजाम
– ‘नाजिम जी, आप मीठी क्रांति का नेतृत्व कर रहे हैं’
पीएम ने पूछा कि छोटे थे तो क्या बनना चाहते थे
– नाजिम ने बोला पापा चाहते थे चिकित्सक या इंजीनियर बनें

और बढ़ गया है काम
नाजिम ने कहा कि FPO मिलने के बाद उनका काम और बढ़ गया है अब उनके पास बड़े ऑर्डर आ रहे हैं आपको बता दें FPO यानी फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन यानी वो अब दूसरे लोगों को भी शहद के काम से जुड़ी ट्रेनिंग देते हैं और उनकी सहायता करते हैं

 

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