शाह : NIA को फंसाकर भूपतिनगर विस्फोट मामले के आरोपियों को बचा रही हैं ममता
कोलकाता . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को इल्जाम लगाया कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी 2022 के भूपतिनगर विस्फोट मुद्दे के आरोपियों को बचा रही हैं और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के ऑफिसरों को फंसाने की प्रयास कर रही हैं.
बालुरघाट से पार्टी उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के समर्थन में दक्षिण दिनाजपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “वहां एक विस्फोट हुआ था. क्या ब्लास्ट के आरोपियों पर कार्रवाई महत्वपूर्ण नहीं? लेकिन जब एनआईए ऑफिसरों ने मुद्दे की जांच प्रारम्भ की और उन पर धावा किया गया, तो सीएम केंद्रीय एजेंसी के ऑफिसरों पर मुद्दा दर्ज कर जांच अधिकारी को फंसाने का कोशिश कर रही हैं.”
उन्होंने बोला कि वैसे एनआईए अधिकारी कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर मुद्दे की जांच कर रहे हैं, इसलिए वे विस्फोट के पीछे के आरोपी व्यक्तियों के विरुद्ध मुनासिब कार्रवाई करेंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल में पड़ोसी राष्ट्र से लोगों के आने के मामले पर सीएम और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी पर तीखा धावा बोला.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “मुख्यमंत्री कभी भी गैरकानूनी अप्रवासियों के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं करेंगी. वे उनकी पार्टी के वोट बैंक हैं. असम में पहले भी गैरकानूनी प्रवास की परेशानी थी, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद अब यह पूरी तरह से बंद हो गया है. इसलिए मैं आज कह रहा हूं कि यदि आने वाले दिनों में बीजेपी राज्य में सत्ता में आती है तो पश्चिम बंगाल में भी गैरकानूनी प्रवास को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा.”
अमित शाह ने बोला कि सीएम अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते तीन तलाक प्रथा को समाप्त करने या सीएए लाने का विरोध करती हैं.
उन्होंने कहा, “तीन तलाक के उन्मूलन से लाखों अल्पसंख्यक स्त्रियों को राहत मिली है. सीएए अधिसूचना उन शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है जो धार्मिक कट्टरता के शिकार हैं.”
अंत में अमित शाह ने बोला कि बीजेपी को राष्ट्रीय स्तर पर 370 से अधिक का आंकड़ा हासिल करने के लिए पश्चिम बंगाल में 30 का आंकड़ा पार करना होगा.