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CJI चंद्रचूड़ ने वकील, जज और न्‍याय को लेकर कही ये बड़ी बात

हैदराबाद हिंदुस्तान के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को बोला कि उन्हें लगता है कि सोशल मीडिया से लोगों के बीच मतभेद बढ़ाता है, लेकिन वकील और न्यायाधीश इन्साफ की तलाश में मतभेदों से ऊपर उठ जाते हैं

यहां राजेंद्रनगर में प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्‍वविद्यालय के बगल में बनने वाले नए तेलंगाना उच्च न्यायालय परिसर की आधारशिला रखने के बाद अपने संबोधन में सीजेआई ने उल्लेख किया कि वकील विभिन्न विचारधाराओं, विभिन्न धर्मों, विभिन्न क्षेत्रों और विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से आते हैं

उन्होंने बोला क‍ि लेकिन सबसे जरूरी बात जो हम सभी वकीलों को चिह्नित करती है, वह है हिंदुस्तान में महान समन्वयवादी परंपरा, जो यह है कि हम जो काम करते हैं, उसमें हम अपने जन्मचिह्नों से ऊपर उठते हैं, जो हमारे अस्तित्व को परिभाषित करते हैं हमारे जन्मचिह्न हमारे अस्तित्व का कारण हैं, लेकिन एक वकील के रूप में और बार से आने वाले न्यायाधीशों के रूप में हम उन जन्मचिह्नों से इस अर्थ में ऊपर उठते हैं कि हमारी पहचान सार्वभौमिक पहचान है और हमें कानून के शासन द्वारा शासित संविधान के ढांचे में इन्साफ की तलाश है

सीजेआई ने बोला क‍ि हमारे इर्द-गिर्द की दुनिया में जैसा कि हम बहुत सारे अंतर पाते हैं, मुझे लगता है कि तकनीक और सोशल मीडिया लोगों के बीच उन मतभेदों को बढ़ाते हैं, लेकिन हमारी संस्था के भीतर जो कुछ सामने आता है, वह है हमारी सार्वभौमिकता, एक-दूसरे के साथ खड़े होने की हमारी क्षमता और आगे बढ़ने की हमारी क्षमता इन्साफ के लिए सामान्य खोज यह वास्तव में न्यायपालिका और बार की पहचान है जो हमारे राष्ट्र में न्यायपालिका की सबसे समृद्ध सहायक नदियों में से एक है

सीजेआई ने बोला कि हाई कोर्ट विचारों, मूल्यों, अधिकारों, कर्तव्यों और दायित्वों के टकराव के लिए एक सार्वजनिक जगह है और सबसे ऊपर, यह न्यायपालिका की सर्वोच्चता का अगुवाई करता है

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