सीएम ममता बनर्जी ने गंगासागर मेला 2024 की तैयारियों को लेकर की बैठक
Gangasagar Mela 2024: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंगासागर मेला 2024 की तैयारियों को लेकर बैठक की। इस दौरान उन्होंने कई तरह के घोषणा किए हैं साथ ही उन्होंने सुरक्षा तैयारियों का भी जायजा लिया है। उन्होंने बोला कि पुलिस की कड़ी नज़र रहेगी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 200 किलोमीटर लंबी बैरिकेडिंग, 1150 सीसीटीवी कैमरे, 20 ड्रोन, 2400 नागरिक सुरक्षा बल, 50 दमकल गाड़ियां लगी रहेंगी। इतना ही नहीं प्रति आदमी 5 लाख रुपए के हादसा बीमा का भी घोषणा हुआ है। इस दौरान सुरक्षा प्रबंध के निर्देश दिए गए हैं। 6500 स्वयंसेवक और 10000 शौचालयों की भी प्रबंध होगी।
देश-विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु
असल में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बोला कि ‘गंगासागर मेले’ के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की कठिन का सामना नहीं करना पड़े, यह सुनश्चित करने के लिए उनकी गवर्नमेंट सभी तरह के कदम उठा रही है। ममता ने सागर द्वीप पर इस वार्षिक मेले की तैयारियों का जायजा लिया। इस मेले के लिए राष्ट्र और विदेश के कोने-कोने से हिंदू श्रद्धालु यहां आते हैं और ‘मकर संक्राति’ के मौके पर गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम में डुबकी लगाते हैं। इस वर्ष गंगासागर मेला आठ जनवरी से 17 जनवरी के बीच दक्षिण 24 परगना जिले में आयोजित किया जाएगा।
‘भारत का सबसे बड़ा मेला’
समीक्षा बैठक के बाद सीएम ने कहा, ‘गंगासागर हिंदुस्तान का सबसे बड़ा मेला है। इस वर्ष कम से कम 40 लाख लोग मेले में आएंगे। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।’ उन्होंने बोला कि करीब 10 हजार पुलिसवालों को तैनात किया जाएगा। यातायात नियमों को लेकर योजना बनाई गई है और जलक्षेत्र में भी गश्त लगाई जाएगी। कानून-व्यवस्था से किसी भी मूल्य पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। चिकित्सा इकाईयों को तैयार रखा जाएगा।’
इसरो की सहायता से जीपीएस
उन्होंने यह भी बोला कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सहायता से जीपीएस और उपग्रह नज़र के माध्यम से वाहनों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। वार्षिक मेले को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए कोशिश किए जा रहे हैं। उन्होंने बोला कि सागर द्वीप के इर्द-गिर्द महत्वपूर्ण खुदाई कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है। उन्होंने सोवनदेब चट्टोपाध्याय, फिरहाद वैध और अरूप बिस्वास सहित वरिष्ठ मंत्रियों को गंगासागर मेले के दौरान गतिविधियों पर करीब से नजर रखने के लिए जरूरी स्थानों पर उपस्थित रहने को बोला है।
कब से कब तक चलेगा मेला
गंगासागर मेले का पवित्र स्नान 15 जनवरी की रात से 16 जनवरी की सुबह तक चलेगा। हालांकि मेला उससे पहले ही शुरु हो जाएगा। अनुमान है कि इस बार मेले में करीब 40 लाख लोग जुट सकते हैं। राज्य गवर्नमेंट की ओर से मंत्री पुलक रॉय, चंद्रिमा भट्टाचार्य, ब्रत्य बसु, प्रदीप मजूमदार और गंगासागर विधायक और मंत्री बंकिम मेले की कमान संभालेंगे।
2250 बसें, 66 अतिरिक्त ट्रेनें…
वहीं गवर्नमेंट द्वारा परिवहन की भी विशेष प्रबंध करने का निर्देश दिया गया है। मेले के लिए 2250 बसें, 66 अतिरिक्त ट्रेनें चलेंगी। सरकारी विभाग द्वारा कहा गया है कि सियालदह से तीर्थयात्रियों के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। इसके अतिरिक्त मेले में एंबुलेंस की प्रबंध भी रखी जाएगी। ममता बनर्जी ने निर्देश दिया है कि 2 जनवरी तक सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
क्या है मेले का महत्त्व
बता दें कि गंगा सागर मेला हिंदुओं के लिए जरूरी धार्मिक अनुष्ठान है। जिसे गंगा सागर स्नान और गंगा सागर यात्रा के नाम से भी जाना जाता है। यह मेला हर वर्ष हिंदू कैलेंडर के मुताबिक मनाया जाता है। यह हर वर्ष पश्चिम बंगाल राज्य में सागर द्वीप या सागरद्वीप के तट पर मनाया जाता है। यह वह जगह है जहां गंगा सागर में विलीन होती है। यह जगह हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए एक विशेष जगह रखता है।