Israel–Hamas war: देश के किसानों ने फिलिस्तीन के पक्ष में माहौल बनाना किया शुरू
पूरी दुनिया में इस्राइल-हमास के बीच चल रही जंग को लेकर अनेक तरह की आशंकाएं पैदा हो रही हैं. इस जंग में दुनिया के भिन्न-भिन्न देशों की परोक्ष और अपरोक्ष रूप से हिस्सेदारी को लेकर राष्ट्र के किसानों ने फिलिस्तीन के पक्ष में माहौल बनाना प्रारम्भ कर दिया है. राष्ट्र के भिन्न-भिन्न राज्यों के किसानों और कामगार संगठनों से ताल्लुक रखने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने फिलिस्तीन के किसानों की मांग पर उनके अधिकार की आवाज उठानी प्रारम्भ की है. इस संबंध में राष्ट्र की राजधानी दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा ने एक जरूरी बैठक कर जल्द ही राष्ट्रपति को इस मुद्दे में ज्ञापन देने जा रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार जिस तरह से फिलिस्तीन में बच्चों और स्त्रियों को मारा जा रहा है, उसके लिए इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में केस चलाने की भी मांग ज्ञापन के माध्यम से करने वाले हैं.
किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने अब इस्राइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध में मोर्चा खोल दिया है. राष्ट्र के भिन्न-भिन्न हिस्सों के किसान और कामगार संगठनों से ताल्लुक रखने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने फिलिस्तीन के किसान संगठन की आवाज पर उनके लिए इन्साफ की गुहार लगाई है. संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता और केरल के पूर्व विधायक टी कृष्णप्रसाद कहते हैं कि फ़िलिस्तीनी किसान यूनियनों ने अपने राष्ट्र के किसानों के लिए पूरे विश्व के किसान संगठनों से दखल देने की अपील की है. इसी आधार पर संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने संगठन के माध्यम से राष्ट्र के सभी किसान संगठनों से अपील कर फिलिस्तीन के पक्ष में आवाज बुलंद करने को बोला है. वह कहते हैं कि फिलीस्तीन के किसान संगठनों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खासतौर से शांतिप्रिय राष्ट्र हिंदुस्तान से फिलिस्तीन में इस्राइल की ओर से किए जा रहे युद्ध को खत्म करने की अपील की है.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता टी कृष्ण प्रसाद कहते हैं कि फिलिस्तीन के किसानों की इस अपील के बाद उनके संगठन समेत राष्ट्र के कई अन्य किसान संगठन भी राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगे. वह कहते हैं कि उनका मोर्चा अपने राष्ट्र के सभी किसान संगठनों के साथ मिलकर फिलिस्तीन में बच्चों और स्त्रियों की मौतों पर राष्ट्र के राष्ट्रपति को ज्ञापन के माध्यम से उनकी सहायता की अपील करेगा. इस संबंध में सोमवार को किसान मोर्चा ने दिल्ली में जरूरी बैठक भी आयोजित की. इस बैठक में इस्राइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध में हो रही मौतों पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने की बात की गई. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का बोलना है कि इस्राइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का दबाव डालकर तुरन्त असर से बंद कराया जाना चाहिए.
मोर्चा के प्रवक्ता टी कृष्ण कुमार कहते हैं कि पूरे विश्व की प्रमुख एजेंसियों के मुताबिक अब तक हजारों लोगों की मृत्यु गाजा पट्टी में हो चुकी है. 14000 से अधिक बच्चों को मारा गया है. वह कहते हैं कि न जानें कितने लोग बेघर हो गए हैं. जबकि लाखों लोग अपना घर छोड़कर जा चुके हैं. किसान मोर्चा के नेताओं का बोलना है कि उनका संगठन किसानों और दबे कुचलों की आवाज को बुलंद करने के लिए हमेशा से आगे आता रहा है. क्योंकि इस मुद्दे में फिलिस्तीन के किसान संगठनों ने हिंदुस्तान की ओर एक आशा भरी निगाहों से देखा है. इसलिए उनके संगठन की जिम्मेदारियां और बढ़ जाती हैं कि वहां के लोगों की सहायता को आगे आया जाए. वह कहते हैं जल्द ही इस मुद्दे में राष्ट्रपति को ज्ञापन दे कर हस्तक्षेप की मांग की जाएगी. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने तरराष्ट्रीय कोर्ट से बच्चों और स्त्रियों की हुई मौतों के लिए इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर युद्ध क्रिमिनल के रूप में केस चलाने की भी मांग की है.
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