राष्ट्रीय

जानें ‘एक देश एक चुनाव’ पर कोविंद समिति की रिपोर्ट की 5 प्रमुख बातें…

One Nation One Election Kovind Committee Report: ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ की संभावनाएं तलाशने को बनी हाई लेवल कमेटी की रिपोर्ट आ गई है पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी समिति ने गुरुवार को रिपोर्ट राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी कोविंद पैनल ने 18,626 पन्‍नों में अपनी सिफारिशें बताई हैं यदि गवर्नमेंट ने ये सिफारिशें मानीं तो 2029 में पहली बार लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ-साथ कराए जा सकते हैं समिति ने बोला कि पहले चरण में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं इसके बाद 100 दिन के अंदर, दूसरे चरण में क्षेत्रीय निकायों के चुनाव कराए जा सकते हैं त्रिशंकु सदन, अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति में बाकी बचे कार्यकाल के लिए नए सिरे से चुनाव कराए जा सकते हैं समिति ने संविधान के अनुच्छेद 325 में संशोधन की भी सिफारिश की है ताकि चुनाव आयोग सिंगल वोटर्स लिस्ट और सिंगल इलेक्‍टर्स फोटो आइडेंटिटी कार्ड (EPIC) तैयार कर सके इसके लिए राज्य चुनाव ऑफिसरों से राय ली जाएगी ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ पर कोविंद समिति की रिपोर्ट की 5 प्रमुख बातें आगे जानिए

एक राष्ट्र एक चुनाव: कोविंद समिति की रिपोर्ट की 5 बड़ी बातें

1. कोविंद पैनल की सिफारिश है कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के लिए गवर्नमेंट एक बार का अस्थायी तरीका करे इसके तहत, केंद्र गवर्नमेंट को लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद एक तारीख चुननी होगी और उस तारीख के बाद मतदान करने वाले सभी राज्य विधानसभाओं का कार्यकाल संसद के साथ खत्म हो जाएगा इस तरह, केंद्र और राज्य सरकारों के चुनावी चक्र सिंक्रनाइज हो जाएंगे दूसरे चरण में, लोकसभा और राज्य चुनावों के 100 दिनों के भीतर नगर पालिका और पंचायत चुनाव कराए जाने चाहिए

2. नगरपालिका और पंचायत चुनावों को भी साथ कराने के लिए, समिति ने एक अनुच्छेद 324A की सिफारिश की, जो कहे कि संसद यह सुनिश्चित करने के लिए एक कानून बना सकती है कि नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनाव आम चुनावों के साथ आयोजित किए जाएं

3. समिति ने यह भी सिफारिश की कि हिंदुस्तान के चुनाव आयोग (ECI) को राज्य चुनाव आयोगों की राय से एक ही मतदाता सूची और एक ही मतदाता फोटो आईडी प्रूफ (EPIC) तैयार करने में सक्षम बनाया जाए समिति ने बोला कि इसके लिए संविधान के अनुच्छेद 325 में संशोधन किया जाए

4. यदि किसी वजह से संसद या राज्य विधानसभा को समय से पहले भंग किया जाता है तो उस स्थिति में कमेटी का सुझाव है कि बचे हुए कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव कराए जाएं 

5. यदि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद बनी गवर्नमेंट ने कोविंद समिति की सिफारिशें मानकर फौरन काम प्रारम्भ कर दिया तो 2029 में भी एक साथ चुनाव कराए जा सकते हैं इस बीच के ट्रांजीशन पीरियड में, जिन राज्यों के चुनाव जून 2024 और मई 2029 के बीच होने हैं, उनकी विधानसभाओं के कार्यकाल 18वीं लोकसभा के साथ समाप्त हो जाएंगे यानी एक बार की इस कवायद में, कुछ विधानसभाओं का कार्यकाल पांच वर्ष से कम समय का होगा जून 2024 और मई 2029 के बीच पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना जैसे राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल समाप्त हो रहा है यदि सिफारिशें लागू हुईं तो इन सभी राज्यों की नयी विधानसभाओं का कार्यकाल 2029 में 18वीं लोकसभा के साथ समाप्त हो जाएगा मतलब नवनिर्वाचित गवर्नमेंट को ज्‍यादा समय नहीं मिल पाएगा

एक राष्ट्र एक चुनाव पर बनी समिति के सदस्य कौन-कौन थे?

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ पर बनी समिति की अध्यक्षता की यह समि‍ति दो सितंबर 2023 को गठित की गई थी समिति में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष सी कश्यप, सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी शामिल थे समिति ने हितधारकों, जानकारों के साथ व्यापक चर्चा और 191 दिनों की रिसर्च के बाद रिपोर्ट तैयार की है गुरुवार को समिति ने अपने सभी सदस्यों की उपस्थिति में रिपोर्ट पेश की

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button