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दिल्ली-एनसीआर की हवा में प्रदूषण का जहर घुलना हुआ शुरू

हर वर्ष की तरह इस बार भी सर्दी प्रारम्भ होते ही दिल्ली-एनसीआर की हवा में प्रदूषण का जहर घुलना प्रारम्भ हो गया है राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) आज 306 तक पहुंच गया दिल्ली का AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है आज सुबह 7 बजे दिल्ली-एनसीआर में ज्यादातर जगहों पर AQI का स्तर खराब देखा गया

नोएडा के सेक्टर 62 में AQI 312, फ़रीदाबाद के सेक्टर 11 में AQI 346, गुरुग्राम के सेक्टर 51 में AQI 268, ITO दिल्ली में AQI 312, बवाना में 330, द्वारका सेक्टर 8 में 319, जयपुर में IGI 348, जयपुर एयरपोर्ट पर IGI 48 .293 ओखला फेज 2 में 329, 317 और वजीरपुर में 356 AQI दर्ज किया गया दिल्ली में हवा की गुणवत्ता भी रविवार को ‘बहुत खराब’ हो गई और शहर में धुंध की परत छा गई रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 313 था, जबकि एक दिन पहले शनिवार को यह 248 था दिल्ली का AQI अंतिम बार 17 मई को 336 दर्ज किया गया था स्थिति में सुधार होने की आसार नहीं है और 25 अक्टूबर तक वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने का अनुमान है  अधिकारियों ने बोला कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय राहत तरीकों के कार्यान्वयन के संबंध में आज संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे

दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण आम लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है आपको बताते हैं कि किस श्रेणी में AQI आपके स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है शून्य और 50 के बीच एक AQI को ‘अच्छा’ माना जाता है जबकि 51 से 100 को ‘संतोषजनक’ माना जाता है जबकि 101 से 200 को ‘मध्यम’ और 201 से 300 को ‘खराब’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है अगर किसी शहर का AQI 301 से 400 के बीच है तो वहां की हवा ‘बहुत खराब’ है और 401 से 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है सर्दियों की आरंभ के साथ ही राष्ट्र के प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब होने लगती है प्रदूषण की सबसे अधिक मार राजधानी दिल्ली पर पड़ती है, जहां की हवा में जहर इस तरह घुल गया है कि लोगों का सांस लेना भी कठिन हो गया है

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