पेयजल आपूर्ति ठप होने से ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत कार्यालय में जमकर किया हंगामा
Rajasthan News: प्रतापगढ़ की बरडिया ग्राम पंचायत में पेयजल सप्लाई करने वाले सहायक को 19 महीने से मानदेय नहीं मिलने और बीते 7 दिनों से गांव में पेयजल आपूर्ति ठप होने से गुस्साए ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत कार्यालय में जमकर बवाल किया। इस ग्रामीणों ने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचा कर मनमानी करने के इल्जाम लगाए।
कचरूलाल गुर्जर को पेयजल आपूर्ति के लिए किया गया था नियुक्त
मिली जानकारी के अनुसार, बरडिया ग्राम पंचायत में 1998 से गांव के ही एक आदमी कचरूलाल गुर्जर को पेयजल आपूर्ति के लिए नियुक्त किया गया था, तभी से उसको मानदेय दिया जा रहा था। यह मानदेय जलदाय विभाग की ओर से ग्राम पंचायत को दिया जाता था, जिसका भुगतान गुर्जर को कर दिया जाता था। पिछले 19 महीना से उसे मानदेय नहीं दिया गया। साथ ही बीते 7 दिनों से गांव में पेयजल आपूर्ति नहीं होने से गुस्साए ग्रामीण ग्राम पंचायत के कार्यालय पहुंच गए। यहां पर सरपंच कमलाबाई मीणा के पति से उनकी नोक झोंक हो गई।
सरपंच के चहेते को 19 महीनों से मिल रहा था मानदेय
ग्रामीणों ने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग की। दोनों जब मौके पर पहुंचे, तो खुलासा हुआ कि कचरू लाल गुर्जर के जगह पर सरपंच के चहेते कन्हैयालाल मीणा को जल प्रदाय के लिए नियुक्त कर दिया गया है और जलदाय विभाग उसको बीते 19 महीनों से मानदेय भी दे रहा है। इस बात की भनक किसी को नहीं लगी थी, जबकि कचरू लाल गुर्जर ही लगातार कार्य कर रहा था। ग्रामीणों को जब यह बात पता चली, तो उनका आक्रोश और बढ़ गया और ग्रामीण तालाबंदी पर उतारू हो गए। इस पर ग्राम विकास अधिकारी ने रठांजना थाना पुलिस को सूचना दी। बाद में ग्रामीणों, सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी की वार्ता में तय हुआ कि कचरू लाल गुर्जर को बकाया मानदेय प्रदान किया जाएगा। मौके पर उपस्थित उपसरपंच दिनेश चंद्र शर्मा ने बोला कि ग्राम पंचायत के पास दुकानों का किराया आता है और नल बिलों की राशि भी बकाया है। इस राशि में से कचरू लाल गुर्जर को भुगतान किया जाए।