जनसभाओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रत्याशी मंजू शर्मा ने कहा…
जयपुर . लोकसभा जयपुर बीजेपी प्रत्याशी मंजू शर्मा ने रविवार को सिविल लाईंस विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर जनसंपर्क किया. उनके जनसंपर्क कार्यक्रम औैर स्वागत सभाओं में स्त्रियों की भारी भीड नजर आई. सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र की स्त्रियों में मंजू शर्मा के प्रति विशेष लगाव नजर आया. पूरे दिन प्रचार की कमान भी स्त्रियों ने ही संभाली और जनसभाओं को भी संबोधित किया. इस दौरान सोडाला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर हुए स्वागत कार्यक्रमों तथा जनसभाओं में मंच भी स्त्रियों ने ही संभाला औैर मंजू शर्मा की जीत के लिए आमजन से बीजेपी को वोट देने की अपील की. जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान कई महिलाएं साफा लगाए बीजेपी प्रत्याशी मंजू शर्मा के साथ कदम से कदम मिलाती नजर आई. दिनभर चले प्रचार कार्यक्रम के अनुसार करीब एक दर्जन स्थानों पर जनसभाओं का भी आयोजन किया गया.
जनसभाओं को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रत्याशी मंजू शर्मा ने बोला कि राज्य में अब डबल इंजन की गवर्नमेंट काम कर रही है. सभी लोगों को लोकसभा चुनावों में बीजेपी को सभी सीटों पर जीत का तोहफा देना है. उन्होंने बोला कि सिविल लाइंस क्षेत्र में अमानीशाह नाले के निकट अनियोजित बसावट के कारण लोगो को कठिनाई उठानी पड रही है, सांसद बनने के साथ ही उनका पहली अहमियत प्लान बनाकर सुव्यवस्थित बसावट की रहेगी. वहीं द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट को पिछले कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट ने बंद कर दिया था, इस पर जल्द ही वापस काम प्रारम्भ करवाया जाएगा. यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने के बाद यहां द्रव्यवती नदी के आस पास रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में बदलाव आ जाएगा. इसके अतिरिक्त क्षेत्र में यातायात की परेशानी के निवारण के लिए वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की योजना पर काम होगा जिससे लोगों को बार बार यातायात जाम के कारण होने वाली समस्याओं से निजाद मिल सके. केन्द्र गवर्नमेंट की योजनाएं गिनाते हुए उन्होंने बोला कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे, आईआईटी, एम्स, आईआईएम, हर घर नल जैसी योजनाओं से आम आदमी को लाभ पहुंचा है. आज 80 करोड़ लोगों को राष्ट्र में राशन मिल रहा है. 60 करोड़ को 5 लाख का बीमा, 12 करोड़ किसानों को पेंशन, 12 करोड़ परिवारों को शौचालय, 10 करोड़ घरों में उज्ज्वला, ढाई करोड़ लोगों को फ्री बिजली मिल रही है. इन योजनाओं को दायरा तब तक बढता रहेगा जब तक राष्ट्र औैर प्रदेश में आखिरी छोर पर बैठे आदमी को इनका फायदा नहीं मिल जाता.