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क्या RCB अभी भी कर सकती है प्लेऑफ में एंट्री, इस तरह के बन रहे हैं समीकरण

आरसीबी की टीम इंडियन प्रीमियर लीग में फिर से उसी मुकाम पर जाकर खड़ी हो गई है, जहां से खिताब जीतना तो दूर, प्लेऑफ में जाने के भी लाले से पड़ गए हैं. टीम अपने लगातार 6 मैच हार चुकी है और इस समय अंक तालिका में सबसे नीचे चल रही है. हालांकि इसके बाद भी वो अभी तक इंडियन प्रीमियर लीग के टॉप 4 में जाने की रेस से बाहर नहीं हुई है. लेकिन अब आरसीबी का प्लेऑफ में जाना करीब करीब असंभव टाइप का है. चलिए जानते हैं कि आखिर इस समय समीकरण ​बन क्या रहे हैं.

केकेआर ​के विरुद्ध आरसीबी को मिली एक रन से करीब हार 

फाफ डुप्लेसी की कप्तानी वाली आरसीबी की टीम को कोलकाता के विरुद्ध ईडन गार्डेंस में एक करीबी हार का सामना करना पड़ा. इस वर्ष के इंडियन प्रीमियर लीग में टीम की ये सातवीं हार है. यानी टीम लीग के आधे मैच हार चुकी है. जब केकेआर की ओर से दिए गए 223 रनों के लक्ष्य का पीछा करने आरसीबी की टीम उतरी तो शुरुआती झटकों के बाद रजत पाटीदार और विल जैक्स के बीच करीब 102 रनों की साझेदारी हुई. इससे लगा कि आरसीबी की टीम मैच निकाल देगी. आखिर में दिनेश कार्तिक और कर्ण शर्मा भी थे. दिनेश कार्तिक निश्चित रूप से अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अंतिम मौके पर वो भी चूक गए. उन्होंने 18 बॉल पर 25 रन तो बनाए, लेकिन उनके आउट होते ही लगने लगा कि आरसीबी ये मैच हार जाएगी. लेकिन अंतिम ओवर में कर्ण शर्मा ने मिचेल स्टार्क को तीन छक्के लगाकर मैच को जिंदा रखा. लेकिन उनके आउट होते ही मैच ​हाथ से निकल गया.

क्या हैं आरसीबी की संभावनाएं 

अब प्रश्न ये है कि क्या आरसीबी की प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं जीवित हैं. तो आपको बता दें कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम अभी तक आधिकारिक तौर पर प्लेऑफ की रेस से बाहर नहीं हुई है. हालांकि सच ये भी है कि यदि टीम यहां से अपने बचे हुए सभी 6 मैच जीत भी जाती है तो भी टॉप 4 में जाने को कोई रास्ता नहीं बचा है. वो इसलिए क्योंकि अब इंडियन प्रीमियर लीग में पिछले तीन वर्ष से 10 टीमें खेल रही हैं. किसी भी टीम को टॉप 4 में लीग चरण खत्म करने के लिए कम से कम 8 मैच जीतने होते हैं. जो अब आरसीबी की टीम नहीं कर सकती.

तीन वर्ष से बदल गए हैं समीकरण 

साल 2018 से लेकर 2021 तक के इंडियन प्रीमियर लीग की बात करें तो उस वर्ष तक प्लेऑफ में जाने वाली टीम के पास 14 अंक होते थे. वर्ष 2019 में तो सनराइजर्स हैदराबाद ने सिर्फ़ 12 अंकों के साथ ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया था. लेकिन अब तस्वीर और समीकरण बदल चुके हैं. जब से इंडियन प्रीमियर लीग में 10 टीमें आई हैं, तब से 16 अंक होने महत्वपूर्ण हो गए हैं. लेकिन यदि आरसीबी की टीम अपने बचे हुए सभी 6 मैच जीत जाती है तो उसके पास 14 अंक हो जाएंगे. यदि दो या उससे अधिक टीमों के बराबर 14 अंक हुए और उसने आगे सिर्फ़ उससे अधिक अंक वाली 3 टीमें ही रहीं तो आरसीबी के लिए आसार बन सकती है. यानी आरसीबी के लिए प्लेऑफ में जाने की आसार तभी है, जब कोई नए समीकरण बने, जो शायद अभी तो नजर नहीं आते हैं. देखना होगा कि आगे क्या कुछ होता है.

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