पॉवरप्ले तय करेगा पंजाब और मुंबई के बीच मैच का फैसला
पंजाब किंग्स का घरेलू मैदान मुल्लांपुर इस वर्ष अकेला ऐसा मैदान रहा है जहां पर पावरप्ले में अधिक रन नहीं बने हैं, जिसका कारण है आरंभ में तेज़ गेंदबाज़ों को यहां पर मिलने वाली मदद. जीत की पटरी पर लौटने का कोशिश कर रही पंजाब और मुंबई इंडियंस दोनों ही टीमों के लिए बल्लेबाज़ उनकी कुंजी हैं, ऐसे में यहां गुरुवार को होने वाले मुक़ाबले में बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ों की जंग रोचक होगी. चलिए एक नज़र डालते हैं इस मैच के आंकड़ों पर…
पावरप्ले में दिखेगा तेज़ गेंदबाज़ों का दम
पिछले कुछ सीज़नों से स्कोरिंग दर में उछाल आया है, इसमें इम्पैक्ट नियम का ख़ासा अहम रोल रहा है जिससे बल्लेबाज़ों को और खुलकर खेलने का मौक़ा मिला है. मुल्लांपुर में हालांकि तेज़ गेंदबाज़ों को नयी गेंद से मूवमेंट मिला है और पहले छह ओवरों में यहां पर पूरी लीग की औसत से 2 रन प्रति ओवर कम बने हैं. यह देखना अहम होगा कि इस असर से पावरप्ले में रन बनाने वाले जॉनी बेयरस्टो, रोहित शर्मा और इशान किशन जैसे बल्लेबाज़ कैसा खेलते हैं. ख़ासकर पंजाब के गेंदबाज़ों के सामने मेहमान टीम के बल्लेबाज़ जो दोबारा से घरेलू परिस्थति का फायदा उठाना चाहेंगे.
क्या बेयरस्टो के लिए समय जा रहा है
बेयरस्टो ने इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में ख़राब आरंभ की है जहां पर उनकी टीम में स्थान को लेकर प्रश्न उठने लगे है. 2022 की नीलामी से कोई भी अन्य बल्लेबाज़ बेयरस्टो से अधिक आक्रामक नहीं रहा है, जहां पर उन्होंने 1 से 6 ओवर के बीच कम से कम 200 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में सबसे अधिक 162 के स्ट्राइक दर से रन बनाए हैं. इस सीज़न उनके नंबर गिरे हैं, उन्होंने 23 की औसत से रन बनाए हैं और स्ट्राइक दर भी 1 से 6 ओवरों में 146 तक पहुंच गया है. यह 2021 और 2022 सीज़न से बहुत कम है. इसमें कोई शक नहीं है कि अपने दिन वह एक मैच विजेता हैं, लेकिन जिस तरह से मुल्लांपुर में परिस्थति गेंदबाज़ों के मुफ़ीद हैं, ख़ासकर आरंभ में तो पंजाब उनको क्या तीसरे या चौथे नंबर पर खिलाएगी? या बाक़ी बचे टूर्नामेंट में उनको लय में लाने के लिए ओपनिंग पर ही खिलाएगी ?
क्या मुंबई को तुषारा को खिलाना चाहिए
मुंबई इंडियंस हमेशा से जसप्रीत बुमराह पर निर्भर रही है, जहां टीम के अन्य गेंदबाज़ संघर्ष करते नज़र आए हैं. एक संयोजन का मुम्बई को अब तक प्रयोग करना बाक़ी है. श्रीलंका के तेज़ गेंदबाज़ नुवान तुषारा जिन्हें पिछले वर्ष दिसंबर में हुई नीलामी में 4.8 करोड़ में ख़रीदा गया था. उनका ऐक्शन टीम के गेंदबाज़ी कोच लसिथ मलिंगा से मिलता जुलता है. पिछले कुछ वर्षों से टी20 क्रिकेट में तुषारा ने बेमिसाल प्रदर्शन किया है. वह पावरप्ले में और डेथ ओवर दोनों में कारगर रहे हैं. यही दो फे़ज़ हैं जहां पर मुम्बई बुमराह पर निर्भर रहती है. यदि तुषारा खेलते हैं तो बुमराह के चार ओवरों को कहीं पर भी प्रयोग किया जा सकता है