उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो मासूम बच्चों की हत्या के मामले में सियासत हुई शुरू
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो मासूम बच्चों की मर्डर के मुद्दे में राजनीति प्रारम्भ हो गई है. सपा-कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है. बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए धावा कहा है. बदायूं काण्ड पर वार-पलटवार का दौर जारी है.
समाजवादी पार्टी ने इल्जाम लगाते हुए पोस्ट की है. इसमें लिखा है कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में दंगा फसाद सांप्रदायिक तनाव खड़ा करके चुनाव जीतना चाहती है और इसी कारण से ऐसी घटनाओं को स्वयं अंजाम दिलवा रही और जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करवा रही जिसका रिज़ल्ट बदायूं की घटना है.
भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक टकराव ,धार्मिक लड़ाई ही बीजेपी का अंतिम हथियार बची है. बीजेपी के इशारे पर ही कई गुंडे लुटेरे खुले घूम रहे और बीजेपी के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई झगड़ा बढ़ रहा है.
वहीं, बदांयू डबल हत्या मुकदमा पर कांग्रेस पार्टी सांसद प्रमोद तिवारी का बोलना है कि मैं बहुत दुखी हूं, मेरे पास इस घटना की आलोचना करने के लिए शब्द नहीं हैं. मैं एक बात बोलना चाहता हूं कि दोषियों और समर्थन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.