एसिड अटैक के मामले में जेल में बंद रोहित की हुई मौत
मेरठ। यूपी के मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारावास में स्त्री शिक्षक पर एसिड अटैक के मुद्दे में आरोपी कैदी की मर्डर कर दी गई। कारावास में अपराधियों के दो गुटों में खूनी संघर्ष हुआ, जिसके बाद रोहित की गला घोटकर मर्डर कर दी गई। यह कैदी हाल ही में जमानत रद्द होने के बाद कारावास में दाखिल हुआ था। पूरे मुद्दे को जिला कारावास प्रशासन दबाए बैठा रहा। इसके बाद जब मर्डर का पता लगा तो कारावास प्रशासन ने अपने ही दो बंदी रक्षक और दो हेड वार्डन की ढिलाई मानते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया।
हत्या की समाचार मिलते ही बंदी के परिजनों ने बवाल किया। जिसके बाद कारावास प्रशासन की ढिलाई सामने आई है। मेडिकल पुलिस स्टेशन में अज्ञात के विरुद्ध केस भी दर्ज किया गया है। आला अधिकारी इस मुद्दे का संज्ञान लेते हुए प्रथम दृष्टिया 4 कर्मचारियों को गुनेहगार पाते हुए निलंबित कर दिया है। मुद्दे की जांच डीआईजी कारावास सुभाष चंद्र शाक्य को सौंपी गई है।
दरअसल, एसिड अटैक के मुद्दे में कारावास में बंद रोहित की मृत्यु हो गई थी। घरवालों को जब मृत्यु की सूचना मिली तो वो कारावास पहुंचे। जहां उन्हें संदेह हुआ कि रोहित की मर्डर हुई है। इसके बाद परिजनों ने मेडिकल पुलिस स्टेशन में कम्पलेन भी की थी। इसके बाद कैदी के परिवार वालों ने कारावास प्रशासन पर ढिलाई का इल्जाम लगाते हुए बवाल किया और कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मृतशरीर को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया। वहीं पुलिस अधिकारियो ने इस मुद्दे में थाना मेडिकल में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध मर्डर का केस दर्ज कर लिया है। इसके बाद कारावास में मर्डर के मुद्दे में अब जांच प्रारम्भ कर दी गई है। पुलिस ऑफिसरों की माने तो जल्द ही हत्यारे की पहचान कर ली जाएगी।