भाजपा ने देवरिया लोकसभा सीट से शशांक मणि त्रिपाठी को बनाया उम्मीदवार
आपको बता दें कि शशांक मनी त्रिपाठी पूर्व सांसद लेफ्टिनेंट जनरल प्रकाशमणि त्रिपाठी के पुत्र हैं और देवरिया जिले के बरपार गांव के रहने वाले है यह काफी मिलनसार आदमी हैं वर्तमान में जागृत यात्रा और जागृति इंटरप्राइजेज के संस्थापक हैं इन्होंने आई.आई.टी दिल्ली से बीटेक और विदेश से एम.बी.ए तक की पढ़ाई की है शशांक मणि त्रिपाठी ने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ के काल्विन तालुकदार कॉलेज से पूरी की बाद में उन्होंने आई.आई.टी दिल्ली से बीटेक और आई.एम.डी लुसेंट से एम.बी.ए किया है शशांक मणि त्रिपाठी के पिता प्रकाशमणि त्रिपाठी 1996 में देवरिया लोकसभा सीट से जीत कर पहली बार कमल खिलाया था. शशांक मणि त्रिपाठी का पारिवारिक बैकग्राउंड काफी मजबूत है इनके बाबा पंडित सूरत नारायण मणि त्रिपाठी यूपी कैडर के आई.ए.एस अधिकारी भी रहे हैं वह कई जिलों में डीएम के पद पर रह चुके हैं उसके बाद काशी विद्यापीठ वाराणसी के बाईचांसलर कुलपति और गोरखपुर यूनिवर्सिटी के संस्थापक रहे हैं.
शशांक मणि त्रिपाठी के पिता प्रकाश मणि त्रिपाठी भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रहे और सेना से रिटायर होने के बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर 1996 में देवरिया लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर सासंद रहे और इन्होंने ही देवरिया सीट पर पहली बार बीजेपी की जीत दिलाई थी वही शशांक मणि त्रिपाठी के चाचा श्रीनिवास मणि त्रिपाठी देवरिया जिले के गौरी बाजार विधानसभा सीट से विधायक भी रहे हैं और उनकी पहचान तेज तर्रार हिंदूवादी नेताओं के रूप में रही है वही शशांक मणि त्रिपाठी के तीसरे नंबर के चाचा श्री विलास मणि त्रिपाठी आई.पी.एस अधिकारी रहे वह यूपी पुलिस मैं डी.जी.पी के पद पर भी रहे हैं और उनके कई सम्बन्धी भी प्रदेश और केंद्र के बड़े पद पर कार्यरत भी हैं.
वहीं देवरिया लोकसभा सीट से 2019 में बीजेपी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को टिकट दिया था और रमापति राम त्रिपाठी चुनाव जीतकर सांसद बने मगर पार्टी ने इस बार उनका टिकट काट कर शशांक मणि त्रिपाठी को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी गठबंधन से देवरिया लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है जबकि बसपा में अभी तक कोई भी उम्मीदवार घोषणा नहीं की है.