पति-पत्नी की मर्ज़ी के बिना ही हो गया तलाक, जज ने फैसला देकर कहा…
ऐसी बहुत सी खबरें आती हैं कि सरकारी कागजों में किसी के सम्बन्धी का नाम गलत हो जाए या फिर किसी की ज़मीन किसी दूसरे के नाम चढ़ जाए। कई बार तो ऐसा भी हुआ है कि ज़िंदा आदमी को सरकारी कागजों में मरा हुआ घोषित कर दिया गया। आदमी साबित ही नहीं कर पाया कि वो ज़िंदा है। यूनाइटेड किंगडम में एक क्लर्क की छोटी सी ढिलाई के चक्कर में एक शादीशुदा जोड़े का तलाक बिना सेटलमेंट के ही हो गया।
आपने सरकारी कामकाज में छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी गलती देखी होगी, लेकिन शायद ही कभी देखा हो कि गलती से किसी का तलाक हो जाए। आज हम आपको एक ऐसा ही वाक्या बताने जा रहे हैं, जो अलग ही प्रजाति का है। ऑडिटी सेंट्रल वेबसाइट के अनुसार ये गलती न्यायालय में बैठे एक क्लर्क की थी, जिसके चलते उस जोड़े का तलाक हो गया, जो इसे लेकर अभी विचार ही कर रहा था।
गलत कपल का करा दिया तलाक
यूनाइटेड किंगडम में एक लॉ फर्म ने काण्ड कर दिया। उन्होंने एक ऐसे जोड़े का तलाक करा दिया, जो एक-दूसरे से अलग रहने के बारे में सोच रहे थे। वे एक-दूसरे से आर्थिक सेटलमेंट को लेकर बात कर रहे थे और उनका मुकदमा लंदन की एक जानी-मानी वार्डैग्स लॉ फर्म हैंडल कर रही थी। उनके पेपर्स सुनवाई के लिए जमा करने थे लेकिन एक वकील ने इसे फाइनल ऑर्डर के लिए औनलाइन जमा कर दिया।। न्यायालय में सुनवाई के दौरान वहां उपस्थित क्लर्क ने उनकी फाइल पर क्लिक किया और न्यायधीश ने तलाक के फेवर में निर्णय सुना दिया। सीनियर न्यायधीश ने निर्णय सुनाने के बाद इसे बदलने से साफ-साफ इनकार कर दिया।
21 मिनट में हो गया तलाक
मिस्टर और मिसेज़ विलियम्स 21 वर्ष की विवाह के बाद अलग होना चाहते थे। उनका ये प्रोसेस चल रहा था। वे अभी सोच भी नहीं पाए थे कि प्रॉपर्टी का कौन सा हिस्सा किसे मिलेगा, उससे पहले ही न्यायालय ने उन्हें तलाकशुदा घोषित कर दिया। क्लर्क ने उनकी फाइल सेलेक्ट कर ली और उन्हें बस 21 मिनट में तलाक मिल गया। लॉ फर्म को दो दिन बाद अपनी गलती का एहसास हुआ। उन्होंने उच्च न्यायालय में अपील भी की लेकिन सुनवाई से इनकार कर दिया गया।