करना चाहते हैं फल और फूलों की बागवानी, तो पढ़ें ये जरूरी खबर
एक जिला एक उत्पाद योजना की तर्ज पर अब बिहार में केंद्र प्रायोजित कार्यक्रम क्लस्टर विकास योजना प्रारम्भ की जा रही है। इस योजना के अनुसार गांव में कम से कम 25 एकड़ में बागवानी करने के लिए किसानों का समूह तैयार किया जाएगा। इस समूह के सभी किसान एक ही फल की बागवानी करेंगे। इसके लिए गवर्नमेंट प्रति एकड़ एक-एक लाख रुपए का आर्थिक सहायता भी देगी। साथ ही किसानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जाएगा। उद्यान विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बागवानी क्लस्टर लक्षित बागवानी फसलों का क्षेत्रीय/भौगोलिक संकेन्द्रण को ध्यान में रखते हुए पूरे गांव में 25 एकड़ भूमि से जुड़े किसानों को चिन्हित कर एक ही तरह की बागवानी फसल के लिए आर्थिक सहायता से लेकर बाजार तक मौजूद कराया जाएगा।
बेगूसराय के जिला उद्यान पदाधिकारी अनिल कुमार और उद्यान सहायक यशवंत कुमार ने कहा कि आम, केला, गेंदा फूल, पपीता, मशरूम, अनार, चीकू, एसिड लाइम और आंवला जैसे फलों की बागवानी के लिए किसानों को प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के अनुसार एक गांव में किसानों का समूह तैयार करते हुए कम से कम 25 एकड़ में एक की फसल की बागवानी कराई जाएगी। किसान यदि इस योजना का फायदा लेना चाहें, तो वे उद्यान विभाग से संपर्क कर अपने गांव के समूह से जुड़ सकते हैं। इस समूह में खेती करने वाले किसानों को खाद, बीज, कीटनाशक और दवा से लेकर तैयार फसल बेचने के लिए बाजार भी मौजूद कराया जाएगा।
हर एक गांव को मिलेगा 25 लाख का अनुदान
कलेक्टर विकास योजना के अनुसार गांव की बागवानी हमारे गौरव की कहानी का एक बोर्ड भी गांव में लगाया जाएगा। इसके साथ ही गांव की 25 एकड़ जमीन में बागवानी करने के लिए किसानों को 25 लाख रुपए का आर्थिक सहायता भी मिलेगा। किसानों को यह आर्थिक सहायता योजना से जुड़ने के पहले वर्ष 65 फीसदी, जबकि दूसरे वर्ष 35 प्रतिशत के रूप में मिलेगा। यानी एक एकड़ की बागवानी पर एक लाख रुपए का आर्थिक सहायता मिलेगा।
ऐसे लें सकते हैं योजना का लाभ
योजना का फायदा लेने के लिए विभागीय साइट पर मौजूद ‘उद्यानिकी क्लस्टर विकास योजना’ के लिए आवेदन कर सकते हैं या फिर किसान अपने नजदीकी प्रखंड कृषि कार्यालय जाकर योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए यहां से भी लागू कर सकते हैं।