जब जावेद अख्तर ने सुनाया आधी रात का किस्सा…
मुंबई। मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री स्टार सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर रविवार को 2 अज्ञात बाइकसवार लोगों ने फायरिंग की। दिन दहाड़े हुए इन हवाई फायरों ने मीडिया में हलचल बढ़ा दी है। फायरिंग का 1 वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फायरिंग का वीडियो वायरल होने के बाद इस हमले की जिम्मेदारी विश्नोई गैंग ने ले भी ली है। विश्नोई गैंग का एक पोस्ट भी सोशल मीडिया पर वायरल है। इस पोस्ट में कथित उत्तरदायी ने लिखा, ‘ये हमने अपनी ताकत दिखाने के लिए फायरिंग की है। इसे वॉर्निंग समझा जाए।’ इस पोस्ट के बाद विश्नोई गैंग 1 बार फिर से चर्चा में आ गया है।
गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गैंग मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के स्टार सलमान खान से 1998 में हुए ‘काले हिरण शिकार’ को लेकर खफा है। इसके चलते ही ये फायरिंग कराई गई है। इससे पहले भी लॉरेंस विश्नोई गैंग ने सलमान खान को धमकी दी है। सलमान खान मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के असल दबंग माने जाते हैं। सलमान खान के पिता सलीम खान भी दबंगई में किसी से कम नहीं हैं। इस हमले को लेकर भी सलीम खान ने बोला कि ये सब पब्लिसिटी के लिए किया जा रहा है। सलीम खान अपने समय के दबंग माने जाते हैं। वर्ष 1973 में सलीम खान ने अपनी दबंगई का बेहतरीन नमूना भी पेश किया था। सलीम खान के दोस्त और तत्कालीन राइटिंग पार्टनर जावेद अख्तर ने 50 वर्ष बाद इस किस्से को एक साक्षात्कार में शेयर किया था।
क्या था सलीम खान की दबंगई का किस्सा!
जावेद अख्तर बीते वर्ष 2023 में अरबाज खान के पॉडकास्ट शो ‘द इन्विन्सिबल’ (The Invincibles) में सलीम खान की दबंगई का एक दिलचस्प किस्सा सुनाया था। जावेद अख्तर ने बताया, ’70 के दशक में फिल्म की कहानियों के राइटर को क्रेडिट नहीं दिया जाता था। मैं और सलीम साहब साथ में काम किया करते थे। वर्ष 1973 में हमने जंजीर फिल्म की कहानी लिखी थी। उस दौर में राइटर्स को फिल्म के पोस्टर पर क्रेडिट नहीं दिया जाता था।
लेकिन हमने फिल्म के डायरेक्टर प्रकाश मेहरा से हमारा नाम लिखने की बात कही। लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। पूरे शहर में फिल्म के पोस्टर लग गए। इसके बाद मैंने और सलीम साहब ने इसको लेकर चर्चा की। सलीम साहब ने सिप्पी प्रोडक्शन्स से एक जीप मंगाई और रातों-रात पूरे शहर के पोस्टर्स पर अपना नाम पुतवा दिया।’
जावेद अख्तर ने इस किस्से का जिक्र करते हुए कहा, ‘ये काम सिर्फ़ सलीम साहब ही कर सकते थे। इस तरह की दबंगई भरे निर्णय सलीम साहब लिया करते थे।’ इस निर्णय के बाद मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के राइटर्स को क्रेडिट देने की बात ठीक ठहराई गई और धीरे-धीरे राइटर्स का भविष्य बदल गया। सलीम-जावेद की जोड़ी ने राइटर्स के लिए खूब काम किया और उनका अधिकार दिलाने के लिए लड़ाई भी लड़ी। 1973 के बाद से राइटर्स को हर फिल्म के पोस्टर पर भी क्रेडिट दिया जाने लगा।
सलमान खान से क्यों खफा है विश्नोई गैंग?
सलमान खान में भी अपने पिता की यही दबंगई झलकती है। सलमान खान ने दबंग नाम से 3 बार फिल्म बनाकर हिट भी करा ली। सलमान खान की स्टार्डम पर दबंगई का चार्म भी शूट करता है। सलमान खान की दबंगई को लेकर ही लॉरेंस विश्नोई की गैंग उनके पीछे पड़ी है। इससे पहले भी सलमान खान को लॉरेंस गैंग से धमकियां मिल चुकी हैं। दरअसल इसके पीछे की कहानी 1998 में प्रारम्भ होती है। इस वर्ष सलमान खान अपनी फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के लिए राजस्थान गए थे। यहां शूटिंग के दौरान सलमान खान ने कथित तौर पर काले हिरण का शिकार किया था।
इस बात को लेकर विश्नोई समाज सलमान खान से खफा है। लंबे समय से सलमान खान को इस मुद्दे को लेकर सजा भी दिलवाने की मांग कर रहा है। माना जाता है कि विश्नोई समाज बीस(20) और नोई (9) को लेकर बना है। ये समाज 29 नियमों का पालन करता है। माना जाता है कि इन नियमों में प्रकृति का संरक्षण और जानवरों की जान बचाने के लिए प्रतिबद्धता शामिल है।
विश्नोई समाज में जानवरों से प्रेम करने की मान्यता है, जानवरों को बचाने के लिए जान देने वालों को शहीद का भी दर्दा दिया जाता है। विश्नोई समाज शाकाहार खाने को भी मानता है। सलमान खान के 1998 में काले हिरण के शिकार को लेकर विश्नोई समाज का गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई सलमान खान को की बार धमकी भी दे चुका है।