स्वास्थ्य

कोरोना से पीड़ित होने के बाद महिलाओं में सेक्स के प्रति रूचि हुई कम

  एक शोध में सामने आया है कि कोविड-19 से पीड़ित होने के बाद अधिकतर स्त्रियों में संभोग के प्रति रूचि कम हो चुकी है.

जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित 2,000 से अधिक सिजेंडर स्त्रियों के शोध में पाया गया कि कोरोनोवायरस बीमारी यौन क्रिया को ख़राब कर सकता है. इसमें लंबे समय तक रहने वाला कोविड गौरतलब रूप से नुकसानदायक असर डालता है.

अमेरिका स्थित बोस्टन यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर अमेलिया एम. स्टैंटन ने कहा, “यदि आप कोविड से बीमार हैं, तो संभवतः आपकी संभोग में रुचि कम है और हो सकता है कि आपका शरीर संभोग करने के लिए कम तैयार हो.

उन्होंने कहा, “कुछ लोगों के लिए यह आश्चर्य की बात हो सकती है कि लंबे समय तक रहने वाले कोविड लक्षण वास्तव में स्त्रियों के यौन स्वास्थ्य पर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक असर डाल सकते हैं.

कोविड के असर का पता लगाने के लिए शोधकर्ताओं ने एक औनलाइन सर्वेक्षण किया, इसमें भाग लेने वाली लगभग आधी स्त्रियों ने कहा कि उन्हें कभी भी कोविड नहीं हुआ था और बाकी ने बोला कि उनका परीक्षण सकारात्मक था.

उन्होंने पाया कि जिन लोगों को कोविड था, उनमें “इच्छा, उत्तेजना, स्नेह और संतुष्टि” का स्तर उन लोगों की तुलना में कम था, जिन्हें कोविड नहीं था. दोनों समूहों के बीच कामोत्तेजना और दर्द का स्कोर बहुत अलग नहीं था.

शोधकर्ताओं के अनुसार, जबकि कोविड समूह में स्त्रियों को अभी भी सूचकांक की कार्यात्मक सीमा के भीतर वर्गीकृत किया गया था. लंबे समय तक कोविड वाले प्रतिभागियों के पास “डिसफंक्शनल रेंज में औसत एफएसएफआई पूर्ण-पैमाना स्कोर” था.

स्टैंटन ने कहा,”सेक्स, कामुकता और यौन क्रियाएं अभी भी अपेक्षाकृत वर्जित विषय हैं. लेकिन, यह कुछ ऐसी पेशकश करता है, जिसे रोगी अपने प्रदाताओं के पास ला सकते हैं और कह सकते हैं, ‘यह मेरे लिए चल रहा है’, और शायद संभोग के आसपास एक खुली वार्ता पैदा कर सकता है.

अध्ययन में, स्टैंटन और उनकी टीम ने बोला कि परिणामों से पता चलता है कि “कोविड -19 संक्रमण यौन क्रिया के संज्ञानात्मक और शारीरिक पहलुओं की नुकसान से जुड़ा हो सकता है”.

 

 

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