स्वास्थ्य

बीपी से लेकर मोटापा भी कंट्रोल करता है ये, जानें इसके गजब के फायदे

 बड़े-बुजुर्ग बच्चों को बचपन से ही हरी सब्जियां खाने के लाभ बताते आ रहे हैं. लेकिन क्या आपने कभी चिचिंडा नाम की सब्जी के बारे में कुछ सुना है? सुनने में थोड़ी अजीब लगने वाली यह सब्जी लौकी और तोरई के परिवार से संबंधित है. चिचिंडा को अंग्रेजी भाषा में स्नेक गॉर्ड के नाम से जाना जाता है. यदि चिचिंडा में उपस्थित पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें फ्लेवोनोइड्स, कैरोटीनॉयड्स, फेनोलिक एसिड, घुलनशील और अघुलनशील, आहार फाइबर, जरूरी खनिज, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ई, पोटेशियम, फास्फोरस, सोडियम, मैग्नीशियम और जिंक जैसे गुण पाए जाते हैं. इस में. हैं. ये सभी पोषक तत्व शरीर को कई आश्चर्यजनक लाभ पहुंचाते हैं. चिचिंडा के नियमित सेवन से डायबिटीज से लेकर बीपी और मोटापे जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है आइए जानते हैं चिचिंडा सब्जी का नियमित सेवन स्वास्थ्य को क्या लाभ पहुंचाता है.

चिचिंडा की सब्जी खाने के फायदे-
डायबिटीज में फायदेमंद-
चिचिंडा की सब्जी खाने से मधुमेह के मरीजों को फायदा मिलता है. चिचिंडा सब्जी में कैलोरी कम होती है चिचिंडा सब्जी में एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो मधुमेह को नियंत्रित कर सकते हैं और मधुमेह से होने वाली जटिलताओं को रोक सकते हैं.

अपने शरीर को डिटॉक्स करें-
शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए भी चिचिंडा सब्जी का नियमित सेवन लाभ वाला माना जाता है. चिचिंडा की सब्जी खाने से किडनी के अतिरिक्त शरीर के कई अन्य हिस्सों की सफाई में सहायता मिल सकती है चिचिंडा की सब्जी को आहार में शामिल करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है. इस सब्जी में घुलनशील और अघुलनशील आहार फाइबर पाए जाते हैं, जो भोजन को पचाने और मल के माध्यम से शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायता कर सकते हैं.

रक्तचाप-
ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भी चिचिंडा की सब्जी बहुत लाभ वाला मानी जाती है इस सब्जी में पोटैशियम भरपूर मात्रा में उपस्थित होता है, जो बीपी को कंट्रोल करने में सहायता कर सकता है इसके अतिरिक्त चिचिंडा सब्जी में लाइकोपीन और बायोफ्लेवोनॉइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी उपस्थित होते हैं, जो शरीर को कई रोंगों से लड़ने में सहायता करते हैं.

मोटापा-
चिचिंडा सब्जी में कैलोरी कम होने के साथ-साथ फैट भी नगण्य मात्रा में होता है. इस सब्जी को डाइट में शामिल करने से वजन घटाने में सहायता मिल सकती है

रूसी-
बालों के झड़ने का एक मुख्य कारण डैंड्रफ भी है. डैंड्रफ की परेशानी को दूर करने के लिए आप चिचिंडा की पत्तियों का रस अपने बालों में लगा सकते हैं. इतना ही नहीं चिचिंडा बाल झड़ने से जुड़ी रोग ‘एलोपेसिया’ को नियंत्रित करने में भी लाभ वाला हो सकता है. इसके लिए चिचिंडा का जूस अपने बालों में लगाएं.

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