World Hemophilia Day: किन लोगों को होता है हीमोफीलिया का खतरा…
Hemophilia Day 2024: ब्लीडिंग डिसऑर्डर हीमोफीलिया को ‘ए रॉयल डिजीज’ के नाम से भी जाना जाता है। इसके पीछे का कारण है इंग्लैंड की रानी विक्टोरिया, जिन्होंने 1837-1901 तक शासन किया। माना जाता है कि उन्हें हीमोफिलिया बी या फैक्टर IX की कमी थी जिसके कारण जेनेटिकली उनके नौ बच्चों में से तीन को भी मिली थी। जिसके कारण उनके बेटे लियोपोल्ड की 30 वर्ष की उम्र में गिरने के बाद अधिक खून बह जाने से मृत्यु हो गई थी।
वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया के आंकड़ों के अनुसार, आज के समय में 815100 लोग पूरे विश्व में हीमोफीलिया से पीड़ित हैं। क्योंकि कई मामलों में यह जानलेवा साबित होता है इसलिए हर वर्ष 17 अप्रैल को हीमोफीलिया डे के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में बचाव के लिए यहां आप इस जेनेटिक ब्लड डिसऑर्डर को डिटेल में जान सकते हैं।
क्या है हीमोफीलिया
CDC के अनुसार, हीमोफिलिया में रक्त का थक्का ठीक से नहीं जमता है। इससे चोट या सर्जरी के बाद बहुत अधिक खून बह जाता है।ऐसे लोगों के खून में उन प्रोटीन की कमी हो जाती है जिन्हें थक्का बनाने वाले कारक बोला जाता है। यह दो प्रकार का होता है- हीमोफीलिया ए और हीमोफीलिया बी।
हीमोफीलिया के लक्षण
जोड़ों में सूजन, दर्द या जकड़न का कारण बन सकता है
त्वचा में ब्लीडिंग
मुंह और मसूड़ों से ब्लीडिंग
टीका लगवाने के बाद ब्लीडिंग
कठिन प्रसव के बाद शिशु के सिर में ब्लीडिंग
मूत्र या मल में खून
नाक से खून आना
चोट लगने पर खून का शीघ्र ना रुकना
किसे है हीमोफीलिया का खतरा
अधिकांश मामलों में हीमोफीलिया का खतरा मीडिल एज ग्रुप वाले लोग, बुजुर्ग लोग, युवा स्त्रियों को होता है, जिन्होंने हाल ही में जन्म दिया है या गर्भावस्था के बाद के चरणों में हैं।
क्या है हीमोफीलिया इलाज
एनएचएस के अनुसार, हीमोफीलिया बी से पीड़ित लोगों के इलाज में नॉन कोग अल्फ़ा (बेनेफिक्स) नामक दवा के नियमित इंजेक्शन शामिल है। वहीं हीमोफीलिया ए से पीड़ित लोगों को ऑन-डिमांड ऑक्टोकॉग अल्फ़ा के इंजेक्शन या डेस्मोप्रेसिन नामक दवा दिया जाता है।
कैसे कर सकते हैं बचाव
चूंकि यह स्थिति आनुवंशिक है, इसलिए हीमोफिलिया को रोकने का कोई तरीका नहीं है। हालांकि, बीमार अपने ब्लीडिंग की आवृत्ति और गंभीरता को सीमित करने के लिए कदम उठा सकते हैं।