अंतर्राष्ट्रीय

इजरायल पर ईरान के हमले के लिए संयुक्त राष्ट्र है जिम्मेदार

ईरान-इज़राइल युद्ध प्रभाव: ईरान द्वारा इज़राइल पर मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च करने के बाद इज़राइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बोला है कि वह किसी भी चीज़ के लिए तैयार हैं. 1 तारीख को, इज़राइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हवाई धावा किया, जबकि ईरान इज़राइल पर धावा करने के लिए सीरिया और लेबनान में एक्टिव आतंकी संगठनों को हथियार सहायता प्रदान कर रहा है. उत्तर में, ईरान ने इज़राइल पर मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए. ऐसे में इजरायल पर ईरान के हमले के लिए संयुक्त देश उत्तरदायी है वहीं अमेरिका , कनाडा, जर्मनी समेत कई राष्ट्रों ने कड़ी आलोचना की है

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते युद्ध की संभावना ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रास्फीति संबंधी तनाव को फिर से बढ़ा दिया है. अंतरराष्ट्रीय शेयर बाज़ार और अर्थव्यवस्था के लिए आगे कठिन हालात पैदा होने की संभावना है साथ ही कई राष्ट्रों के आयात-निर्यात कारोबार पर भी असर पड़ सकता है इसके अतिरिक्त सोने की मूल्य में भी बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में जानकारों का मानना ​​है कि आने वाला समय मुश्किल हो सकता है.

महंगाई बढ़ने की संभावना: विशेषज्ञ

ईरान के हालिया हमले से उस क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है, जो दुनिया का एक तिहाई कच्चा ऑयल पैदा करता है. ऐसे में यदि दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव बढ़ता है तो कच्चे ऑयल की मूल्य में बढ़ोतरी हो सकती है. जानकारों का मानना ​​है कि इससे महंगाई और बढ़ेगी इससे भारतीय शेयर बाजार समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता हो सकती है

कच्चे ऑयल की कीमतें बढ़ सकती हैं

कच्चे ऑयल की मूल्य 2 जनवरी, 2024 को 75.89 $ प्रति बैरल से 19% बढ़कर 12 अप्रैल, 2024 को 90.45 $ प्रति बैरल हो गई. अब इन दोनों राष्ट्रों के बीच बढ़ते तनाव के कारण, इस बात की अधिक आसार है कि ऑयल आयात और इससे निर्यात प्रभावित होगा जैसे-जैसे मुद्रास्फीति रेट बढ़ेगी, केंद्रीय बैंक ब्याज दरें कम करने की आसार भी कम कर देंगे.

शेयर बाज़ार पर असर

भारतीय शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था पर ईरान-इज़राइल युद्ध के संभावित असर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, अर्थशास्त्रियों का बोलना है कि युद्ध बढ़ने का जोखिम और ईरान द्वारा एक जहाज को बरामद करने से हिंदुस्तान के शेयर बाजारों में अस्थिरता देखी जा सकती है. इजराइल और जी7 राष्ट्रों की प्रतिक्रिया पर दुनिया की पैनी नजर है बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स ने हाल ही में 4 अप्रैल, 2024 को 75,124.28 के सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ.

सोने की बढ़ती कीमतें 

साथ ही, जानकारों ने चेतावनी दी है कि हमें आने वाले समय में अनिश्चित समय और मुश्किल दिन देखने को मिल सकते हैं क्योंकि इज़राइल की ओर से जवाबी कार्रवाई की संभावना है. बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण शुक्रवार को सोने की कीमतें 1,000 रुपये से अधिक बढ़कर 72,931 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गईं. इस भूराजनीतिक अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतों में 1.60% की बढ़ोतरी हुई.

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