जहाज पर फंसे 17 भारतीयों में एक महिला भी, परिजन बोले…
इसके बाद सीएम कार्यालय के एक अधिकारी ने बोला कि प्रारम्भ में उन्हें स्त्री की मौजूदगी के बारे में नहीं पता था, लेकिन जब उन्हें इसके बारे में पता चला तो मुद्दा केंद्र गवर्नमेंट के समक्ष उठाया गया. मुख्यमंत्री ऑफिस के अधिकारी ने यह भी बोला कि अनिवासी केरलवासी मामलों के विभाग (एनओआरकेए) को भी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि स्त्री का परिवार त्रिशूर का रहने वाला है. उसके पिता ने बोला कि केरल गवर्नमेंट द्वारा लिखे गए पत्र में उनकी बेटी का नाम न होने से उन्हें पीड़ा हुई. पिता ने बोला कि उन्हें अपनी बेटी की वर्तमान स्थिति के बारे में राज्य या केंद्र गवर्नमेंट से कोई अपडेट नहीं मिला है. उन्होंने बोला कि जहाज की मालिक कंपनी ने ही मुझे कहा है कि मेरी बेटी सुरक्षित है. स्त्री के पिता ने आगे बोला कि उनकी अंतिम बार अपनी बेटी से शुक्रवार को बात हुई थी. उन्होंने बोला कि वह हर सुबह नियमित रूप से टेलीफोन करती है. जब घटना वाले दिन उसने ऐसा नहीं हुआ, तो हमने उसे टेलीफोन करने की प्रयास की, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका. फिर दोपहर में जहाज की मालिक कंपनी ने टेलीफोन किया और हमें कहा कि क्या हुआ.