झारखंड के चुनावी दंगल में दिखेगा ‘आधी आबादी’ का दम
रांची। लोकसभा चुनाव के दंगल में आधी जनसंख्या का दम झारखंड में दिखेगा। दरअसल लोकसभा की कुल 14 में से 6 सीटों पर 7 स्त्री उम्मीदवारों की जंग देखने को मिलेगी। लंबे अरसे के बाद ऐसा पहली बार है जब राष्ट्रीय दल से लेकर क्षेत्रीय दल ने स्त्री उम्मीदवारों पर ही भरोसा जताया है। अब तक टिकट बंटवारे के मुताबिक भाजपा ने 3, कांग्रेस पार्टी ने 2, जेएमएम और राजद ने एक-एक स्त्री उम्मीदवारों को चुनावी समर में उतारने का फैसला लिया है।
सिंहभूम सीट पर तो मुख्य मुकाबला दो स्त्री उम्मीदवार के बीच ही होगा। भाजपा से गीता कोड़ा और जेएमएम से जोबा मांझी एक दूसरे के विरुद्ध चुनावी मैदान में ताल ठोक रही हैं, वहीं दुमका से भाजपा ने सीता सोरेन पर भरोसा जताया है। यहां उनका मुकाबला जेएमएम के कद्दावर नेता और 7 बार के विधायक नलिन सोरेन से है। कोडरमा से भाजपा ने अन्नपूर्णा देवी को फिर एक बार टिकट दिया है। उनका मुकाबला माले के विधायक विनोद सिंह से होगा।
कांग्रेस ने गोड्डा सीट से महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह को उतारा है। दीपिका पांडेय सिंह को भाजपा के प्रभावशाली सांसद निशिकांत दुबे चुनौती देंगे। इससे पहले दोनों के बीच सोशल मीडिया पर बयानबाजी की राजनीति देखने को मिलती रही है। धनबाद सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर अनुपमा सिंह भाजपा उम्मीदवार और विधायक ढुल्लू महतो के विरुद्ध चुनावी मैदान में होगी। अनुपमा सिंह बेरमो से कांग्रेस पार्टी विधायक अनूप सिंह की पत्नी हैं।
पलामू की बात करें तो इस सीट से राजद ने ममता भुइयां को टिकट दिया है। ममता भुइंया का मुकाबला भाजपा के बीडी राम से होगा। सियासी दलों ने तो इस बार आधी जनसंख्या को टिकट बंटवारे में उनका अधिकार जरूर दे दिया है लेकिन मतदाता आधी जनसंख्या पर कितना भरोसा जताते हैं और खास कर सीटिंग स्त्री सांसदों के कामकाज से जनता कितनी संतुष्ट है, इसका निर्णय तो 4 जून को आने वाले रिज़ल्ट से ही होगा।