झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मिली बड़ी जिम्मेदारी
CP Radhakrishnan: झारखंड के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें तेलंगाना के गवर्नर और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वहीं, अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलने पर आज यानी मंगलवार को उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी का आभार जताया है। गवर्नर सीपी राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है। उल्लेखनीय है कि तेलंगाना की गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन के इस्तीफे के बाद पद खाली हो गया था।
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
बता दें, इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने तमिलिसाई सुंदरराजन के इस्तीफे के बाद झारखंड के गवर्नर राधाकृष्णन को तेलंगाना के गवर्नर और पुडुचेरी के उपराज्यपाल की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है। सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने पोस्ट करते हुए बोला कि मैं तेलंगाना के गवर्नर और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में सेवा करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी दिए जाने पर विनम्र और धन्य हूं। उन्होंने लिखा की ‘मैं हमारी प्रिय परम आदरणीय माननीय राष्ट्रपति श्रीमती को दिल से धन्यवाद देता हूं। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी इसके लिए धन्यवाद दिया है।
तमिलिसाई सुंदरराजन के इस्तीफे से खाली हुआ था पद
गौरतलब है कि तेलंगाना की गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन के इस्तीफे से पद खाली हो गया था। सुंदरराजन के पास पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी था। मीडिया रिपोर्ट के हवाले से समाचार है कि तमिलिसाई सुंदरराजन सक्रिय राजनीति में फिर से शामिल होना चाहती हैं। इस कारण उन्होंने अपने पद से त्याग-पत्र दिया है। बता दें, गवर्नर बनने से पहले सुंदरराजन तमिलनाडु भाजपा की प्रमुख भी रही थीं। लंबे समय से वो भाजपा से जुड़ी हुईं हैं। वहीं, किरण बेदी को हटाए जाने के बाद उन्हें पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
फिर से सक्रिय राजनीति में जाने की चर्चा
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तेलंगाना की गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन का त्याग-पत्र स्वीकार कर लिया। अपने इस्तीफे में सुंदरराजन ने बोला था कि उन्होंने अपनी मर्जी से त्याग-पत्र दिया है। उन्होंने बोला था उनकी ख़्वाहिश सीधे जनता की सेवा करने की है। उन्होंने बोला था कि मैं स्वयं को जनता की सेवा में समर्पित करना चाहती हूं। मीडिया हलकों में चर्चा है कि तमिलनाडु से वो लोकसभा चुनाव लड़ सकती है। उल्लेखनीय है कि सौंदरराजन ने 2019 में बीजेपी के टिकट पर दक्षिणी तमिलनाडु की तुत्तुकुडि सीट से संसदीय चुनाव लड़ा था। हालांकि वो डीएमके की कनिमोई से चुनाव हार गयी थीं।